कोरोना के कत्लेआम से पस्त महाराष्ट्र सरकार ने लगाया आंशिक लॉकडाउन, बिना जरूरी काम के बाहर निकलने पर लगाई रोक


मुंबई: महाराष्ट्र में कोरोना वायरस के बढ़ते कत्लेआम के बीच फुल लॉकडाउन की घोषणा नहीं कि गई है लेकिन आंशिक लॉकडाउन जैसे सख्त नियम लागू कर दिए गए हैं। कोरोना अनकंट्रोल होने के बाद में CM उद्धव ठाकरे सरकार ने ठोस कदम उठाते हुए यह फैसला किया है।

इस कड़ी में कल रात 8 बजे से महाराष्ट्र में और सख्त नियम लागू किए गए हैं। पूरे राज्य में धारा 144 लागू की गई। अगले 15 दिन तक संचार बंदी लागू की गई है। बिना जरूरी काम के घर के बाहर निकलने पर पाबंदी। ब्रेक द चैन अभियान चलाया जाएगा। दफ्तर बंद रहेंगे work-from-home चलता रहेगा।

कोरोना बेकाबू होते देख महाराष्ट्र में सभी प्रतिष्ठान, सार्वजनिक स्थान, गतिविधियाँ बंद रहेंगी। आवश्यक सेवाओं को छूट दी गई है। यह प्रतिबंध 14 अप्रैल को रात 8 बजे से 1 मई सुबह 7 बजे तक लागू रहेंगे। सभी पूजा स्थल, स्कूल और कॉलेज, निजी कोचिंग क्लासेज, नाई की दुकान, स्पा, सैलून और ब्यूटी पार्लर कल से 1 मई को सुबह 7 बजे तक बंद रहेंगे ।

CM ठाकरे ने कहा कि 'कोरोना पर सारी सुविधाएं कम पड़ गई हैं। महाराष्ट्र में कोरोना नियंत्रण से बाहर हो गया है। महाराष्ट्र को ऑक्सीजन की सख्त जरूरत है। हवाई रास्ते से भी ऑक्सीजन उपलब्ध कराने की केंद्र सरकार व्यवस्था करे।'

उद्धव ठाकरे ने कहा कि इस दौरान वैक्सीनेशन की संख्या बढ़ाकर कोरोना कंट्रोल करने के प्रयास किए जाएंगे। उन्होंने यह भी कहा कि जो डॉक्टर से रिटायर हो चुके हैं वह फिर से सरकार की मदद करें और अपनी सेवाएं देने के लिए आगे आएं। महाराष्ट्र में कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों को देखते हुए कई दिनों से ऐसी आशंका जताई जा रही थी कि राज्य सरकार राज्य में लॉकडाउन की घोषणा कर सकती है। राज्य सरकार की तरफ से भी कई नेताओं ने इसके संकेत दिए थे कि लॉकडाउन लागू हो सकता है। और उसी दिशा में यह कदम उठाया गया। लेकिन पूर्ण लॉक डाउन सरकार ने नहीं लगाया है।

बता दें कि अकेले मुंबई में ही पिछले 24 घंटे में कोरोना से 26 लोगों की मौत हो गई और 7898 नए मामले सामने आए।