जस्टिस सम्भाजी शिवाजी शिंदे बने राजस्थान हाईकोर्ट के नये मुख्य न्यायाधीश


जयपुर। जस्टिस सम्भाजी शिवाजी शिंदे राजस्थान हाईकोर्ट के नये मुख्य न्यायाधीश बन गए हैं। राजस्थान हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश बने जस्टिस सम्भाजी शिवाजी शिंदे (Justice Sambhaji Shivaji Shinde) का कार्यकाल 42 दिन का रहेगा. जस्टिस शिंदे की कार्यशैली अलग तरह की है. राज्यपाल कलराज मिश्र ने मंगलवार को सायं यहां राजभवन में जस्टिस श्री शिन्दे सम्भाजी शिवाजी को राजस्थान उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश पद की शपथ दिलाई। जस्टिस शिन्दे ने अंग्रेजी भाषा में शपथ ली। समारोह के प्रारम्भ में मुख्य सचिव उषा शर्मा ने जस्टिस शिन्दे को शपथ दिलवाने का आग्रह किया। समारोह में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, विधानसभा अध्यक्ष श्री सी.पी. जोशी, मंत्रिमण्डल के सदस्यगण, जनप्रतिनिधिगण, राजस्थान उच्च न्यायालय के न्यायाधीशगण, अधिकारीगण, अधिवक्तागण एवं जस्टिस श्री शिन्दे के परिजन उपस्थित रहे।

जस्टिस शिंदे देर तक और छुट्टी के दिन भी सुनवाई करने के लिए जाने जाते हैं. जानिये कौन हैं जस्टिस शिंदें बीते रविवार को विधि एवं न्याय मंत्रालय ने बॉम्बे हाई कोर्ट में वरिष्ठ जज जस्टिस एसएस शिंदे को राजस्थान हाई कोर्ट का मुख्य न्यायाधीश नियुक्त करने का नोटिफिकेशन जारी किया था. राजस्थान हाईकोर्ट के इतिहास पर नजर डालें तो सामने आता है कि सीजे सतीश कुमार मित्तल का कार्यकाल सबसे कम रहा था.

सीजे मित्तल केवल 41 दिन ही राजस्थान हाईकोर्ट में मुख्य न्यायाधीश रहे थे. जस्टिस मित्तल 5 मार्च 2016 से 14 अप्रेल 2016 तक राजस्थान हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश रहे थे. जस्टिस जेएम पांचाल 55 दिन मुख्य न्यायाधीश रहे थे वहीं जस्टिस जेएम पांचाल का राजस्थान हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश के तौर पर कार्यकाल करीब 55 दिन का रहा था. वे 16 सितंबर 2007 से 11 नवंबर 2007 तक इस पद पर रहे. इसके अलावा जस्टिस दीपक वर्मा राजस्थान हाई कोर्ट में मुख्य न्यायाधीश के तौर पर करीब 65 दिन कार्यरत रहे. वे बाद में सुप्रीम कोर्ट न्यायाधीश बन गये थे. जस्टिस वर्मा 6 मार्च 2009 से 10 मई 2009 तक राजस्थान हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश रहे. देर तक और छुट्टी के दिन सुनवाई के लिए जाने जाते हैं जस्टिस शिंदे जस्टिस शिंदे का कार्यकाल बेशक कम समय का है लेकिन वे अपने काम करने तरीके के लिए चर्चित रहते हैं. शिंदे का काम करने का तरीका अपने आप में खास है.

जस्टिस शिंदे देर तक सुनवाई करने और अवकाश के दिनों में भी सुनवाई के लिए जाने जाते हैं. जस्टिस शिंदे 9 अप्रेल 1987 को वकालत के पेशे में एनरॉल हुए थे. वे लंबे समय तक सुप्रीम कोर्ट में महाराष्ट्र सरकार के वकील रहे. जस्टिस शिंदे सबसे पहले 17 मार्च 2008 को बॉम्बे हाई कोर्ट में जज बने थे. अब वे आगामी करीब पौने दो माह तक राजस्थान हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश रहेंगे.