जिनपिंग ने सेना को एक्शन मोड में रहने के आदेश दिए, जानें क्यों दिए गए यह आदेश


बिजिंग। चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के एक बयान से पूरी दुनिया अलर्ट हो चुकी है। भारत सहित कई देश चीन की हर हरकत पर नजर रख रहे हैं। कारण साफ है पिछले कुछ समय से चीन की बढती उग्रता और गैर जिम्मेदाराना रवैया। कोरोना काल के बाद चीन दुनिया की आंखों की किरकिरी बन गया है।

शी जिनपिंग को सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ चाइना के महासचिव और केंद्रीय सैन्य आयोग के प्रमुख के रूप में एक बार फिर पांच साल के लिए नियुक्त किया गया तो यह साफ हो गया कि जिनपिंग के इरादे नेक नहीं हैं। बता दें कि अगस्त में अमेरिकी संसद की निचली सदन की नेता नैंसी पोलिसी के ताइवान यात्रा के बाद से ही चीन खफा चल रहा है. चीन के कड़ी प्रतिक्रिया के बाद भी अमेरिकी नेता नैंसी पोलिसी ने ताइवान का दौरा किया था, जिसके बाद से ही चीन अपनी सैना को मजबूत करने में जुटा है।

सीएमसी प्रमुख के रूप में तीसरे कार्यकाल का पदभार ग्रहण करते ही जिनपिंग दुनिया में सबसे बड़ी चीन की 20 लाख सेना को संबोधित किया। और कहा कि दुनिया पिछले एक सदी से बहुत ही अधिक परिवर्तनों से गुजर रही है. जिसके कारण चीन की राष्ट्रीय सुरक्षा बढ़ती अस्थिरता और अनिश्चितता का सामना कर रही है. जिनपिंग राष्ट्रीय संप्रभुता, सुरक्षा और विकास के लिए पार्टी और नागरिकों को ठीक से काम करने का निर्देश दिया है। वहीं, सेना को युद्ध के लिए तैयार रहने के आदेश दिए गए है। उन्होंने सैनिको को युद्ध की तैयारी के लिए अपनी सारी उर्जा लगा देने के आदेश दिए हैं। जो साफ बताता है कि जिनपिंग की सेना अब एक्शन मोड में है। और किसी भी वक्त चीन कोई बड़ा सैन्य कदम उठा सकता है। इतना ही नहीं चीन की सेना संबोधन पर टिप्पणी करते हुए चीन के रिटायर्ड वायु सेना जनरल और सीएमसी के पूर्व उप चेयरमैन ने कहा कि चीनी आर्मी को शांतिकाल से युद्धकाल में तेजी से परिवर्तन होने के लिए तैयार रहना चाहिए। चीनी आर्मी को हमेशा तना हुआ तीर के समान तैयार रहना चाहिए ताकि यह सुनिश्चित हो सके सैनिक हर समय लड़ने के लिए तैयार हैंं। माना जा रहा है कि पिछले कुछ समय से चीन दुनिया की नजरों में कमजोर होता जा रहा है और उसके कई देशों से रिश्ते और खटासपूर्ण तरीके से आगे बढे हैं। अंदेशा यह भी जताया जा रहा है कि चीन ने यह फैसला ताइवान में बढ़ते राजनायिक दखल, भारत के साथ सीमा विवाद, अमेरिका के साथ तनातनी जैसे मुद्दों को ध्यान में रखकर किया है।