जम्मू-कश्मीर. हंदवाड़ा में अपने जवानों की शहादत का बदला सुरक्षाबलों ने ले लिया है. बदला भी ऐसा कि मोल्टवांटेड आतंकी हिज्बुल कमांडर रियाज नायकू को मार गिराया गया. पुलवामा जिले के अवंतीपोरा के बेगपोरा इलाके में मुठभेड़ के दौरान सुरक्षाबलों ने 40 किलो आईईडी से एक घर को उड़ा दिया. इस घर में ही रियाज नायकू छिपा था. विस्फोट के दौरान वह मारा गया.
जम्मू-कश्मीर में कर्नल-मेजर समेत 8 जवानों की शहादत के बाद सुरक्षाबलों ने आतंकियों के खिलाफ बड़े ऑपरेशन की शुरुआत की थी. इस ऑपरेशन के दौरान सुरक्षाबलों को बुधवार को बड़ी कामयाबी मिली.
रियाज अहमद नायकू 35 साल का था और बेहद कम वक्त में ही हिज्बुल जैसे आतंकी संगठन का अहम हिस्सा बन गया था. पुलिस अफसरों के परिवार के लोगों का अपहरण करने, आतंकी के मरने पर बंदूकों से सलामी देने चलन इसी के शुरू किए हुए थे. जिससे हिज्बुल और खतरनाक होता जा रहा था. यह युवाओं को बरगलाकर कश्मीरी युवाओं को आतंक की राह पर ले जाता था.
इससे पहले गणित में अच्छी रुचि रखने वाला नायकू गणित का टीचर था. 2016 में बुरहान वानी की मौत के बाद स्थानीय लोगों के लिए 30 साल का रियाज नायकू आतंक का नया चेहरा बन गया था. वह अवंतीपोरा का ही रहने वाला था. पिछले साल ही आतंकी सबजार भट की मौत के बाद उसे हिज्बुल मुजाहिदीन का कमांडर और मुखिया की जिम्मेदारी सौंपी गई थी. पुलिस पर प्रेशर बनाने के लिए अपहरण दिवस की शुरुआत नायकू ने ही की थी.