हज़ारों फ़ीट की ऊंचाई पर भारतीय सेना ने किया योग, देखें 10 खास तस्वीरें


नई दिल्ली/ लद्दाख. पूरी दुनिया में विश्व योग दिवस बड़े स्तर पर आयोजित हुआ. दुनिया में योग दिवस मनाए जाने के क्रम में कई बेहद खास तस्वीरें सामने आईं जहां देश के सबसे दूरस्थ और दुर्गम इलाकों में तैनात भारतीय सेना के हीमवीरों का योगा दुनिया के आकर्षण का केन्द्र बना.

लद्दाख में 18000 फीट की ऊंचाई पर तैनात जवानों के योग ने जहां लोगों का ध्यान खींचा वहीं भारत-चीन सीमा पर भी 14 हजार फीट की ऊंचाई पर किए गए योग की तस्वीरें भी देश के हौसले को परवान पर चढा देने वाली रही. जम्मू कश्मीर में तैनात जवानों ने भी शरीर को सक्षम रखने के साथ अंदरुनी तौर पर मजबूती के लिए योग के जरिए दुनिया को स्वस्थ रहने का संदेश दिया.

बड़ी बात यह है कि माइनस में यहां तापमान था, और हाड़ गला और कपा देने वाली ठंड ने भी वीर जवानों के हौसले को तोड़ने का हर असंभव प्रयास किया बावजूद इसके जवानों ने अपने बुलंद हौसलों से योग के जरिए दुनिया को स्वस्थ रहने का संदेश दिया. हर साल अंतरराष्ट्रीय योग दिवस की थीम डिसाइड की जाती है. इस साल की थीम 'Yoga For Health – Yoga From Home' रखी गई है.

कोरोना संकटकाल में घर पर रहकर ही COVID-19 की गाइडलाइन के मुताबिक सोशल डिस्टेंसिंग के साथ योगा किया गया. इस साल कोरोनावायरस महामारी यानी कोविड 19 के चलते लोगों को ऐसी थीम दी गई है, जो सेहत और स्वस्थ्य को बढ़ावा देगी.

 

बता दें कि साल 2019 में इसकी थीम ‘पर्यावरण के लिए योग’ थी.

विश्व योगा दिवस पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देश के नाम अपने संदेश में जहां छठे अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर सभी को बधाई और शुभकामनाएं दी वहीं इसे एकजुटता और विश्व बंधुत्व के संदेश का दिन बताया.

प्रधानमंत्री ने अपने संदेश में कहा कि, ' वायरस खासतौर पर हमारे श्वसन तंत्र, यानि कि श्वसन प्रणाली पर वार करता है. हमारे श्वसन प्रणाली को मज़बूत करने में जिससे सबसे ज़्यादा मदद मिलती है वो है प्राणायाम, यानि कि साँस लेने का व्यायाम. बच्चे, बड़े, युवा, परिवार के बुजुर्ग, सभी जब एक साथ योग के माध्यम से जुडते हैं, तो पूरे घर में एक ऊर्जा का संचार होता है. इसलिए, इस बार का योग दिवस, भावनात्मक योग का भी दिन है, हमारी पारिवारिक बंधन को भी बढ़ाने का दिन है.

 

21 जून को भारत समेत दुनिया के सभी देश अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाते हैं. पहली बार यह दिवस 21 जून 2015 को मनाया गया, जिसकी पहल भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 27 सितम्बर 2014 को संयुक्त राष्ट्र महासभा में अपने भाषण से की थी. इसी के बाद 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस घोषित किया गया.

 

11 दिसम्बर 2014 को संयुक्त राष्ट्र में 177 सदस्यों द्वारा 21 जून को 'अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस' को मनाने के प्रस्ताव को मंजूरी मिली. प्रधानमंत्री मोदी के इस प्रस्ताव को 90 दिन के अंदर पूर्ण बहुमत से पारित किया गया, जो संयुक्त राष्ट्र संघ में किसी दिवस प्रस्ताव के लिए सबसे कम समय है. इसके बाद से पूरी दुनिया में योग का प्रसार लगातार बढता जा रहा है.