केन्द्र सरकार के सौ दिन पर 'मोदी-मोदी', कांग्रेस ने बोला हल्ला


नई दिल्ली. मोदी सरकार ने अपने दूसरे कार्यकाल के सौ दिन पूरे कर लिए. मोदी सरकार के सौ दिन के कामकाज को हर कोई अपनी तरह से आंक रहा है. मोदी सरकार ने इन सौ दिनों में न सिर्फ कई ऐतिहिसिक फैसले लिए हैं, बल्कि अपने कई कदम से देश और दुनियां को चौंका दिया. तीन तलाक से लेकर जम्मू-कश्मीर में आर्टिकल 370 पर सरकार ने जो कदम उठाए हैं, वह अभूतपूर्व कहे जा सकते हैं. जून में एससीओ सम्मेलन में पाक प्रधानमंत्री इमरान खान को नजरअंदाज कर दर्शाया कि आतंक पर ठोस कार्रवाई के बिना वार्ता संभव नहीं. अगस्त में जी-7 सम्मेलन में कश्मीर मसले को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उछालने की पाक की कोशिश नाकाम की. कश्मीर को आंतरिक मामला बता साफ किया तीसरे पक्ष के दखल की गुंजाइश नहीं. 24 अगस्त को संयुक्त अरब अमीरात ने मोदी को अपने सर्वोच्च नागरिक सम्मान 'ऑर्डर ऑफ जायद' से नवाजा. 25 अगस्त को मोदी बहरीन के सर्वोच्च नागरिक सम्मान 'किंग हमाद ऑर्डर ऑफ द रेनेसां' से सम्मानित किए गए. इसे मुस्लिम देशों के बड़े समर्थन के तौर पर भी देखा गया. मोदी सरकार ने ट्रैफिक नियमों को कड़ा बनाया और सड़क हादसों को रोकने के लिए मोटर व्हीकल एक्ट लागू किया. यातायात नियमों का उल्लंघन करने वाले लोगों पर भारी जुर्माना लगाने का प्रावधान किया. सरकार ने यूएपीए एक्ट में संशोधन किया. गैरकानूनी गतिविधि रोकथाम विधेयक कानून आतंकी गतिविधियों में लिप्त या उसे प्रोत्साहित करते मिले किसी व्यक्ति को आतंकी घोषित करने का अधिकार देता है. मोदी सरकार ने बैंकों के विलय का फैसला किया और दस सरकारी बैंकों के विलय करके चार बड़े बैंक बनाने की घोषणा शुरुआती सौ दिनों में की. उधर मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल के सौ दिन पर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने तंज कसते हुए कहा कि 'इन सौ दिनों में कोई विकास नहीं हुआ.' कांग्रेस ने सरकार के इन सौ दिनों को अव्यवस्था, निरंकुशता और अराजकता करार देते हुए पीएम से सवाल पूछा और कहा कि वह बताएं जीडीपी ग्रोथ पांच फीसद क्यों है? इसके साथ ही जम्मू- कश्मीर और एनआरसी जैसे मुद्दों पर भी वह सरकार को घेरने से नहीं चूकी. कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने आर्थिक मामलों को लेकर सरकार पर हमला बोला और ट्वीट कर कहा कि सरकार अब तक इसे अपने झूठे प्रचार और छल से छुपा रही है, लेकिन देश की हालत खराब है. कंपनियां संकट में है. व्यापार पूरी तरह से ठप हो गया है. वरिष्ठ कांग्रेस नेता तथा पूर्व केंद्रीय मंत्री कपिल सिब्बल ने आरोप लगाया कि भारतीय जनता पार्टी को सरकार चलाना नहीं आता है. पूर्ण बहुमत मिलने के बावजूद वह देश की जनता के हित में कोई ठोस काम नहीं कर पा रही है. सिर्फ बदले की भावना से काम हो रहा है और घमंड तथा भेदभाव की राजनीति की जा रही है.