भारत-पाक परमाणु युद्ध में मारे जाएंगे 12.5 करोड़ लोग, वो 10 खतरनाक फैक्ट जो आपको डरा देंगे


अमेरिका. भारत और पाक के बीच चल रहा तनाव 12.5 करोड़ लोगों की जान ले सकता है. यदि दोनों देशों के बीच युद्ध हुआ तो 12.5 करोड़ तक की संख्या में लोग एक सप्ताह के भीतर मर जाएंगे. अमेरिका की साइंस एडवांस जर्नल में प्रकाशित एक रिपोर्ट में बताया गया है यह संख्या दूसरे विश्व युद्ध के दौरान मारे गए लोगों से कहीं ज्यादा होगी.

दुनियाभर में जलवायु संबंधी आपदाएं आना शुरु हो जाएंगी. कोलोराडो बोल्डर विश्वविद्यालय और रुतगेर्स विश्वविद्यालय के विश्लेषकों की ओर से किए गए इस विश्लेषण में बताया गया कि भविष्य में भारत-पाक में परमाणु युद्ध हुआ तो उसकी विभीषिका और कुप्रभाव कैसा होगा? साइंस एडवांस जर्नल में प्रकाशित इस अध्ययन रिपोर्ट में भारत-पाकिस्तान के बीच परमाणु युद्ध के परिदृश्य पर ध्यान केंद्रित किया गया है.

जम्मू-कश्मीर का विशेष दर्जा समाप्त किए जाने के बाद उपजे तनाव के बीच यह रिपोर्ट प्रकाशित हुई है. इस परमाण युद्ध का तांडव सिर्फ उन स्थानों पर नहीं दिखेगा जहां बम गिरेंगे, बल्कि पूरी दुनिया में दिखेगा. इसके साथ ही भुखमरी ऐसा कारण जो लोगों की मौत का अप्रत्यक्ष कारण होगा.

रिपोर्ट के वो 10 खतरनाक फैक्ट जो आपको डरा देंगे:

1- भारत-पाक में परमाणु युद्ध हुआ तो एक सप्ताह से कम समय में ही 50 लाख से 12.5 करोड़ लोगों की जान जा सकती है.

2- इस युद्ध में मरने वालों की संख्या 6 साल तक चले दूसरे विश्व युद्ध में मारे गए लोगों की संख्या के मुकाबले बहुत ज्यादा होगी. इससे दुनियाभर में जलवायु परिवर्तन संबंधी संकट आएगा और आपदाएं उत्पन्न होंगी.

3- कोलोराडो बोल्डर विश्वविद्यालय और रुतगेर्स विश्वविद्यालय के विश्लेषकों की साइंस एडवांस जर्नल में प्रकाशित अध्ययन रिपोर्ट में के मुताबिक 2025 में भारत-पाक में परमाणु युद्ध की संभावना है.

4- रिपोर्ट के मुताबिक अभी दोनों देशों के पास 150-150 परमाणु हथियार हैं. 2025 तक इन परमाणु हथियारों की संख्या बढ़कर 400 से 500 तक हो सकती है.

5- मृत्यु दर बढ़कर दोगुना हो सकती है. यह ऐसा युद्ध होगा जिसका मानव जगत में कोई दुसरा बड़ा उदाहरण नहीं होगा.

6- पर्यावरण संबंधी अपदाएं आएंगी. धरती पर पहुंचने वाली सूर्य की रोशनी में 20 से 35 प्रतिशत तक की कमी आएगी. इस ग्रह का तापमान 2 से 5 डिग्री सेल्सियस तक कम होगा.

7- बारिश में 30 फीसदी गिरावट आ सकती है. पूरी दुनिया में वर्षा में 15 से 30 प्रतिशत तक की कमी आने के आसार हैं. जिसके कई प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष घातक परिणाम होंगे.

8- धरती पर पेड़-पौधों की संख्या में भी 15 से 30 प्रतिशत तक की कमी आ सकती है. और तो और समुद्री जीवन में पांच से 15 प्रतिशत तक की कमी हो सकती है.

9- बड़ी मात्रा में काला धुआं निकलेगा. 16 से 36 मिलियन टन (3600 करोड़ किलो) कार्बन मिश्रित धुआं वायुमंडल की ऊपरी परत में फैलेगा, जिसका पूरी दुनिया के आसमान पर असर होगा. यह धुआं सौर रेडिएशन को भी अवशोषित करेगा, जिससे हवा का तापमान बढ़ेगा.

10 - रिपोर्ट के मुताबिक दुनिया में 9 देशों के पास परमाणु हथियार हैं लेकिन भारत और पाकिस्तान में हथियारों का जखीरा तेजी से बढ़ रहा है. कश्मीर को लेकर दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ रहा है. 2025 तक परमाणु हथियारों की क्षमता 15 किलोटन हो जाएगी. इतनी क्षमता का परमाणु बम 1945 में अमेरिका ने जापान के हिरोशिमा और नागासाकी पर इस्तेमाल किया था.