भारत में भ्रष्टाचार बना सिस्टम का हिस्सा! राजस्थान सबसे भ्रष्ट, ट्रांसपेरेंसी इंटरनेशनल के 10 बड़े खुलासे


नई दिल्ली (श्वेता शर्मा). राजस्थान देश का सबसे ज्यादा, जबकि केरल सबसे कम भ्रष्ट राज्य है. राजस्थान में आए दिन आम आदमी को भ्रष्टाचार से दो चार होना पड़ता है. यह हम नहीं भ्रष्टाचार के मामले में ट्रांसपेरेंसी इंटरनेशनल इंडिया के करप्शन सर्वे में खुलासा हुआ है. यह एक गैर राजनीतिक, स्वतंत्र और गैर सरकारी भ्रष्टाचार रोधी संगठन है.

सर्वे में देश के 248 जिलों के 1,90,000 लोगों से भ्रष्टाचार और रिश्वतखोरी को लेकर के सवाल पूछा गया था. इसमें 64% पुरुष और 36% महिलाएं शामिल हुईं. इस सर्वे में शामिल 51 फीसदी लोगों ने कहा कि उन्होंने पिछले 12 महीने में एक बार रिश्वत जरूर दी है.

सर्वे रिपोर्ट को देखकर लगता है सरकारी कार्मिक सुनते वही हैं जिसमें उनकी अपनी भलाई हो, कहते वहीं है जिसमें उनकी अपनी कमाई हो. देश में सबसे बड़ी बीमारी भ्रष्टाचारी है.

जिस थाली में खाना खाते हैं, भ्रष्टाचारी छेद उसी में करते हैं,

लात गरीब के पेट पर मार, घर अपना ये भरते है.

 

भ्रष्टाचार से जुड़े 10 बड़े फैक्ट:

 

1- देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की 'ना खाऊंगा-ना खाने दूंगा' की घोषणा के बाद वित्त वर्ष 2019 में देश के 20 राज्यों में भ्रष्टाचार 10 फीसदी कम भी हुआ है. इंडिया करप्शन सर्वे की रिपोर्ट की मानें तो सरकारी कामकाज में रिश्वतखोरी पर पिछले कुछ सालों में थोड़ी लगाम लगी है.

2- लोगों का मानना है कि 2017 में हुई नोटबंदी से भ्रष्टाचार में गिरावट आई. तब कुछ समय तक लोगों के पास देने के लिए नकद उपलब्ध नहीं था. ऐसे लोग जो यह मानते हैं कि रिश्वत के बिना काम नहीं हो सकता, उनकी संख्या पिछले साल के मुकाबले 36% से बढ़कर 38% हो गई.

3- सर्वे में 48% लोगों ने माना कि राज्य सरकार या स्थानीय स्तर पर सरकारी दफ्तरों में भ्रष्टाचार रोकने के लिए कोई कारगर कदम नहीं उठाए गए. केन्द्र से ज्यादा राज्य के सरकारी दफ्तर भ्रष्ट हैं.

4- रिश्वत को महज एक सुविधा शुल्क मानने वालों की संख्या बढ़ी है. 2018 में 22% ऐसा मानते थे, 2019 में ऐसे लोगों की संख्या 26% हो गई. प्रॉपर्टी रजिस्ट्रेशन और जमीन से जुड़े मामलों में सबसे अधिक रिश्वत दी गई. 26% लोगों ने इस विभाग में रिश्वत दी जबकि 19% ने पुलिस विभाग में रिश्वत दी.

 

यहां तहजीब बिकती हैं यहां फरमान बिकते हैं,

जरा तुम दाम तो बोलो यहां ईमान बिकते हैं.

5- पिछले साल भारत इस रिपोर्ट में 40 अंकों के साथ 81वें नंबर पर था. दुनियाभर के 180 देशों की सूची में भारत तीन स्थान के सुधार के साथ 78वें पायदान पर पहुंच गया है.

6- करप्शन सूचकांक में चीन 87वें और पाकिस्तान 117वें स्थान पर है. राष्ट्रपति शी जिनपिंग के हाई-प्रोफाइल भ्रष्टाचार विरोधी अभियान के बावजूद चीन भ्रष्टाचार की रैंकिंग में ऊपर है.

7- चीन करप्शन इंडेक्स में साल 2017 में भारत से ऊपर था लेकिन 2018 में यह फिसलकर 87वें स्थान पर पहुंच गया है.

 

रौनक मेरे दफ्तर की तुम्ही से तो है ऐ-फाइल,

अटकाकर तुझे कई बार, बरकतें मैंने पाई हैं.

8- विशेषज्ञों के मुताबिक भारत भ्रष्टाचार के मामले पड़ोसी देशों से तो बेहतर हुआ है लेकिन भ्रष्टाचार खत्म करने के लिए अब भी बहुत कुछ किया जाना बाकी है.

9- राजस्थान, बिहार, झारखंड, उत्तर प्रदेश, तेलंगाना क्रमश पहले, दूसरे, तीसरे, चौथ, पांचवे नम्बर पर देश के सबसे भ्रष्ट राज्य हैं. पंजाब छठे, कर्नाटक सातवें, तमिलनाडु आठवें स्थान पर रहे. केरल इस मामले में भारत का सबसे कम भ्रष्टाचार वाला राज्य बना.

10- पिछले दस सालों में यह पहला मौका है जब भारत इस स्थान पर पहुंचा है. साल 2008 के बाद से भ्रष्टाचार के मामले में भारत का प्रदर्शन धीरे-धीरे सुधरता रहा है. जिन देशों को सबसे कम भ्रष्ट माना जाता है, उनके अंक भी इस रिपोर्ट में गिरे हैं.

 

एक आदमी पेट काट कर, अपना घर चलाता है,

खून पसीना बहा-बहा कर, मेहनत की रोटी खाता है,

खुद भूखा सो जाये पर, बच्चो की रोटी लाता है,

तू उनसे छीन निवाला, जाने कैसे जी पाता है !