राजस्थान में भी सरकार गिराने की कोशिश! संपर्क में कई विधायक, सरकार ने की ACB में शिकायत


मध्य प्रदेश, गुजरात, कर्नाटक की तर्ज पर राजस्थान में भी सरकार गिराने के प्रयास किए जाने की सूचना सामने आई है. राजस्थान सरकार के मंत्रियों और मुख्यमंत्री तक पहुंची इसकी सूचना के तुरंत बाद विधायक और मुख्य सचेतक महेश जोशी ने राजस्थान के एसीबी पुलिस महानिदेशक को पत्र लिखकर सरकार को अस्थिर करने में लगी ताकतों के खिलाफ तुरंत कार्रवाई करने की मांग की है. साथ ही आरोप लगाया है कि कई विधायकों को लगातार फोन करके उनकी खरीद-फरोख्त का प्रयास किया जा रहा है. सरकार ने इस संबंध में एक लिखित शिकायत भी डीजीपी को की है.

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा, 'बड़े स्तर पर हो रहे खरीद फरोख्त के प्रयास, जयपुर में बड़ी धन राशि पहुंचने की चर्चा. एक विधायक को 25 करोड़ तक का ऑफर दिया गया. 10 करोड़ एडवांस देने की भी बात आ रही सामने. लेकिन हमारा कोई विधायक नहीं आया प्रलोभन में.'

इसके बाद राजस्थान के राजनीतिक गलियारों में हलचल तेज हो गई है. गौरतलब है कि 19 जून को राजस्थान में राज्यसभा सीटों के लिए मतदान होना है.

आपको बता दें कि राजस्थान विधानसभा में इस समय कांग्रेस के पास 107 विधायक हैं. इनमें पिछले साल BSP छोड़कर कांग्रेस में शामिल हुए 6 विधायक भी शामिल हैं. इसके अलावा अभी तक कांग्रेस को 12 निर्दलीयों का समर्थन भी हासिल है. उधर यदि बीजेपी की बात करें तो 72 विधायक हैं, हनुमान बेनीवाल की पार्टी आरएलपी के तीन विधायकों का समर्थन भी उसे हासिल है. अब राज्यसभा चुनाव में प्रत्येक उम्मीदवार को जीतने के लिए आदर्श रूप से 51 प्रथम वरीयता वाले वोटों की आवश्यकता होगी.

ऐसे में कांग्रेस की राह तो आसान है लेकिन के दूसरे उम्‍मीदवार के जीतने की संभावना उसी स्थिति में बन सकती है यदि पर्याप्‍त संख्‍या में कांग्रेस के विधायक क्रॉस वोटिंग करें और निर्दलीय विधायक भी बीजेपी के पक्ष में मतदान करें.ऐसे ही कुछ समीकरणों के बीच अभी यह उठापटक चल रही है.