राजस्थान में डॉक्टर बनने की चाह रखने वालों के लिए खुशखबरी, अगले सत्र से बढ़ सकती हैं एमबीबीएस की 300 और सीट


जयपुर. राजस्थान में डॉक्टर बनने की चाह रखने वालों के लिए राहत की खबर है. राजस्थान में शीघ्र ही एमबीबीएस की 300 सीटें और बढ़ाने के प्रयास किए जा रहे हैं। चिकित्सा शिक्षा सचिव वैभव गालरिया के मुताबिक श्रीगंगानगर, चित्तौड़गढ़ और धौलपुर में 3 नए राजकीय मेडिकल कॉलेजों का निर्माण कार्य प्रगति पर है। प्रयास किए जा रहे हैं कि इन तीनों मेडिकल कॉलेज में अगले सत्र से एमबीबीएस पाठ्यक्रम को प्रारंभ कर दिया जाए। इस संबंध में अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश भी जारी किए गए हैं.

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चिकित्सा शिक्षा सचिव वैभव गालरिया की अध्यक्षता में आयोजित एक बैठक में श्रीगंगानगर विधायक राजकुमार गौड़ भी सम्मिलित हुए। गौड़ ने कहा कि नए राजकीय मेडिकल कॉलेजों के निर्माण से आम जनता को मिलने वाली चिकित्सा सुविधाओं में वृद्धि होगी। उन्होंने कहा कि अतिरिक्त मेडिकल कॉलेज के निर्माण में फंड की कमी नहीं आने दी जाएगी तथा आवश्यकता हुई तो विधायक कोष से अधिकाधिक सहायता उपलब्ध कराई जाएगी।

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चिकित्सा शिक्षा आयुक्त शिवांगी स्वर्णकार ने कहा कि नए मेडिकल कॉलेज को प्रारंभ करने से पहले राष्ट्रीय आयुर्विज्ञान आयोग की टीम द्वारा निरीक्षण किया जाता है। चिकित्सा शिक्षा विभाग के प्रयास हैं कि आयोग की टीम द्वारा अगले वर्ष अप्रैल तक निरीक्षण कार्य पूर्ण कर लिया जाए ताकि मई से संभावित नया सत्र प्रारंभ हो जाए।

उल्लेखनीय है कि राज्य में 16 जिलों में नए राजकीय मेडिकल कॉलेजों की स्थापना का कार्य प्रगति पर है। वर्तमान में राजकीय क्षेत्र के चिकित्सा महाविद्यालयों में एमबीबीएस की 2 हजार 830 सीट हैं। नए चिकित्सा महाविद्यालयों के पहले सत्र को 100 सीट प्रति महाविद्यालय के साथ प्रारंभ किया जा सकता है।

चिकित्सा शिक्षा भवन में आयोजित हुई इस बैठक में चिकित्सा शिक्षा विभाग के अधिकारियों के साथ ही विभिन्न चिकित्सा महाविद्यालयों के प्राचार्य, पीएमओ तथा आरएसआरडीसी के अधिकारी भी शामिल हुए।