हाथरस की तुलना बारां की घटना से करना गलत, यूपी पुलिस ने राहुल गांधी के साथ किया मिस बिहेव: अशोक गहलोत


जयपुर. हाथरस में बलात्कार और पीडिता की मौत का मामला शांत होने का नाम नहीं ले रहा है. मामले में सियासत इस कदर गर्म है कि मामले में मानो राजनीतिक माइलेज लेने की होड मची हो. इस बीच राजस्थान के बारां में दो बहनों के साथ दुष्कर्म की घटना पर बीजेपी भले ही राजस्थान कीं कांग्रेस सरकार पर निशाना साध रही हो लेकिन इस घटना की प्राथमिक जांच में दुष्कर्म होने की बात सामने नहीं आ रही है. बुधवार को पुलिस के बयानों में खुद दोनों बहनों ने यह बात कही कि उनके साथ दुष्कर्म नहीं हुआ.

उधर बेवहज राजस्थान सरकार को विवादों में घेरने के लिहाज से यूपी के हाथरस की घटना से बारां की घटना को जोडने पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने निंदा करते हुए ऐसी सियासत पर नाराजगी जताई है. गुरुवार को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) ने बालिकाओं के 164 के बयान के आधार पर दुष्कर्म की घटना नहीं होने की जानकारी दी है. सीएम ने कहा कि मीडिया में एक वर्ग पर इस घटना की तुलना यूपी के हाथरस की घटना से कर रहा है जो गलत है. अशोक गहलोत ने बयान जारी कर कहा कि हाथरस में हुई घटना बेहद निंदनीय है, उसकी जितनी निंदा की जाए उतनी कम है लेकिन दुर्भाग्य से राजस्थान के बारां में हुई घटना को हाथरस की घटना से कम्पेयर किया जा रहा है, जबकि बारां में बालिकाओं ने स्वयं मजिस्ट्रेट के समक्ष दिए 164 के बयानों में अपने साथ ज्यादती नहीं होने एवं स्वयं की मर्जी से लड़कों के साथ घूमने जाने की बात कही. बालिकाओं का मेडिकल भी करवाया गया एवं अनुसन्धान में सामने आया कि लड़के भी नाबालिग हैं, जांच आगे भी जारी रहेगी. गहलोत ने यह भी कहा कि घटना होना एक बात है और कार्यवाही होना दूसरी, घटना हुई तो कार्यवाही भी तत्काल हुई. इस केस को मीडिया का एक वर्ग और विपक्ष हाथरस जैसी वीभत्स घटना से कम्पेयर करके प्रदेश और देश की जनता को गुमराह करने का काम कर रहे हैं.

अशोक गहलोत ने हाथरस मामले में यूपी में राहुल गांधी और प्रियंका गांधी के साथ यूपी पुलिस द्वारा किए गए व्यवहार की निंदा भी की. यूपी पुलिस की निंदा करते हुए गहलोत ने यूपी सरकार पर पुलिस के दुरुपयोग का भी इलजाम लगाया.