सत्यमेव, जयते...रिश्वतखोर RTO इंस्पेक्टर को राजस्थान के कैबिनेट मिनिस्टर रमेश मीणा ने लाइव रेड में पकड़ा


जयपुर(राजस्थान). राजस्थान में परिवहन विभाग के अधिकारियों पर भ्रष्टाचार के आरोप लगते रहते हैं, लेकिन राजस्थान के बूंदी इलाके के बल्लोप-डाबी रिंग रोड से गुजर रहे राजस्थान के खाद्य आपूर्ति मंत्री रमेश मीणा के सामने ही वसूली का नजारा सामने आ गया. आरटीओ इंस्पेक्टर चंद्रशेखर शर्मा तीन-चार कर्मचारियों के साथ लाठी-डंडे मारकर ट्रकों को रोक रहे थे और चालकों से वसूली कर रहे थे. मंत्री का काफिला देखकर इंस्पेक्टर ने सारे पैसे झाड़ियों में फेंक दिए. मंत्री ने गाड़ी रुकवाकर इंस्पेक्टर से पूछताछ की तो उसने वसूली से साफ मना कर दिया. बाद में उनके स्टाफ ने तलाशी ली तो झाड़ियों में से 8300 रुपए बंडल में लिपटे मिले. इसके बाद इंस्पेक्टर शर्मा ने मंत्री के पैर पकड़ लिए और गिड़गिड़ाते हुए बोलने लगा कि मुझे माफ कर दो, आगे से ऐसा नहीं करूंगा. हालांकि खुद कैबिनेट मिनिस्टर रमेश मीणा राजस्थान में खाद्य और आपूर्ति मंत्री हैं, लेकिन आरटीओ का यह भ्रष्टाचार उनसे सहन नहीं हुआ, गरीब ट्रक चालकों से अवैध वसूली मंत्री जी को नागवार गुजरी जिसके बाद कुछ देर सारा माजरा लाइव देखा और फिर खुद ही लाइव रेड डाल दी. मंत्री मीणा ने इसके बाद परिवहन मंत्री प्रतापसिंह खाचरियावास से इसकी शिकायत की. खाचरियावास ने आरटीओ प्रकाश सिंह को जानकारी दी. आरटीओ ने बताया कि परिवहन मंत्री ने फोन कर इंस्पेक्टर की शिकायत की है. इसके बाद तुरंत प्रभाव से उसे सस्पेंड कर दिया गया. मंत्री मीणा ने एसीबी के एसपी तेजराज सिंह को भी इंस्पेक्टर के खिलाफ कार्रवाई को कहा. उधर मंत्री रमेश मीणा ने कहा कि आरटीओ के कर्मचारी गुंडों की तरह लाठी-डंडों से ट्रकों को रोक रहे थे. जैसे ही उनकी गाड़ी पहुंची, उन्होने डंडे फेंक दिए. इंस्पेक्टर चंद्रशेखर से पूछा कि यह क्या कर रहे हो तो वो चुप हो गया. ट्रक वालों से पूछा तो कहा कि ये वसूली कर रहे हैं. मौके पर मौजूद कुन्हाड़ी थाने के एएसआई दिनेश त्यागी ने आरटीओ इंस्पेक्टर चंद्रशेखर की तलाशी ली तो उसकी जेब और वाहन में कुछ नहीं मिला. लेकिन मंत्री रमेश मीणा ने यह पूरा नजारा पहले ही ऑब्जर्व कर लिया था, नतीजतन उन्हे मालूम था कि वसूली तो की जा रही थी फिर पैसा कहां गया. इसके बाद मीणा ने अपने साथ मौजूद लोगों को झाड़ियों में तलाशी को कहा तो मौके पर झाड़ियों में एक प्लास्टिक की थैली में 8300 रुपए रबर बैंड से बंधे हुए मिले. उधर पूरे राजस्थान में मंत्री जी की इस लाइव रेड से हडकम्प है. रमेश मीणा इससे पहले भी अपनी स्वच्छ छवी के लिए जनता में लोकप्रिय हैं वहीं आए दिन लापरवाह अधिकारियों को अक्सर फटकारते हुए उन्हें देखा जाता है. उनकी लोकप्रियता पूर्वी राजस्थान में इस कदर है कि समर्थक उन्हें पूर्वी राजस्थान का टाइगर और गरीबों का मसीहा तक कहते हैं. बहरहाल देखना हो क्या राजस्थान के आरटीओ विभाग में फेले इस भ्रष्टाचार की पोल खोलने वाले मंत्री की लाइव रेड के बाद खुद विभाग के मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास कितना एक्टिव हो पाते हैं. गौरतलब है कि जुलाई 2019 में भी आरटीओ में भ्रष्टाचार का मामला बहुत चर्चा में आया था. जब वहां की एक महिला कर्मचारी ने सोशल मीडिया पर ट्वीट कर आरटीओ कार्यालय को 'कसाई की दुकान' करार दिया है. साथ ही ट्वीट में लिखा है कि यहां भ्रष्टाचार की गुंडागर्दी चरम पर है, अखबार, भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो और मीडिया सब बिके हुए हैं. इस ट्वीट के वायरल होने के बाद परिवहन विभाग के अफसरों में हड़कंप मच गया था.

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