राजस्थान में पहली बार आयोजित होगा संस्कृति भाषा फिल्म फेस्टिवल


राजस्थान संस्कृत अकादमी, कला एवं संस्कृति विभाग एवं रिफ फिल्म क्लब एवं जवाहर कला केंद्र के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित दो दिवसीय राष्ट्रीय संस्कृत फिल्म फेस्टिवल ( राजस्थान का पहला संस्कृत फिल्म फेस्टिवल) 12 -13 मार्च, 2022 स्थान रंगायन , जवाहर कला केंन्द्र, जयपुर माघ महोत्सव के तहत जेकेके में आयोजित होगा दो दिवसीय संस्कृत भाषा फिल्म फेस्टिवल

जयपुर। राजस्थान संस्कृत अकादमी तथा कला एवं संस्कृति विभाग की ओर से आयोजित किए जा रहे एक महीने के माघ महोत्सव के तहत 12 और 13 मार्च को जवाहर कला केन्द्र में संस्कृत भाषा फिल्मोत्सव आयोजित किया जाएगा।

अकादमी के प्रशासक दिनेश कुमार यादव ने बताया कि प्रदेश में यह पहला और देशभर में यह दूसरा मौका होगा जब संस्कृत भाषा में निर्मित फिल्मों का उत्सव आयोजित किया जा रहा है। रिफ फिल्म क्लब एवं जवाहर कला केंद्र के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित होने वाले इस उत्सव का उद्घाटन 12 मार्च को सुबह 11.00 बजे कला एवं संस्कृति मंत्री डॉ. बी.डी. कल्ला करेंगे। कला एवं संस्कृति विभाग की प्रमुख सचिव गायत्री राठौड़ समारोह की अध्यक्षता करेंगी।

इस मौके पर केरल, बैगलुरू और ऑस्ट्रेलिया से आए सिने विशेषज्ञों के विशिष्ट उद्बोधन भी होंगे। पहले दिन इन फिल्मों की होगी स्क्रीनिंग समारोह के तहत पहले दिन 12 मार्च को दोपहर 12.00 बजे से नब्बे मिनट की विनोद मंकर निर्देशित ‘प्रियमानसम’ की स्क्रीनिंग की जाएगी।

दोपहर 3.00 बजे ‘संस्कृत सिनेमा भारतीय संस्कृति का द्वार’ विषय पर टॉक शो आयोजित किया जाएगा जिसमें ऑस्ट्रेलिया के चार्ल्स थॉमसन, त्रिवेंदम के विनोर मंकर, केरल के सुरेश गायत्री, निधीश गोपी और बैंकलुरू के रवि शंकर वैंकटेश्वन भाग लेंगे।

इसी दिन शाम को 4.00 बजे पिच्यानवे मिनट की सुरेश गायत्री निर्देशित फिल्म ‘मधुरस्मितम’ की स्क्रीनिंग की जाएगी। 13 मार्च को दिखाई जाएंगी ये फिल्में समारोह के दूसरे दिन 13 मार्च को सुबह 10.15 बजे से निधीश गोपी निर्देशित 119 मिनट की ‘प्रतिकृति’ की स्क्रीनिंग की जाएगी।

दोपहर 12.30 बजे से ‘संस्कृत सिनेमा प्राचीन साहित्य से आधुनिक विज्ञान तक’ पर टॉक शो आयोजित किया जाएगा। इसी दिन दोपहर 1.30 बजे से रविशंकर वैंकटेश्वरन निर्देशित 85 मिनट की ‘पुण्यकोटि’ की स्क्रीनिंग की जाएगी।