युवा कांग्रेस अध्यक्ष गणेश घोघरा ने लांघी मर्यादा, राज्यपाल को बताया दलाल, तो भरी सभा में PM और गृहमंत्री के लिए कही यह गंदी बात


जयपुर. पेगासस जासूसी मामले में सुप्रीम कोर्ट से न्यायिक जांच की मांग और निजता हनन का आरोप लगाते हुए राजस्थान कांग्रेस ने प्रदर्शन किया. कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने जमकर नारेबाजी के साथ जयपुर के सिविल लाइंस फाटक के बाहर सभा की और जमकर केन्द्र सरकार पर हमला बोला. 

लेकिन इस दौरान मंच से विधायक और युवा कांग्रेस अध्यक्ष गणेश डोगरा की गंदी बात कांग्रेस पर उल्टी पड़ती नजर आई. जहां उन्होंने राज्यपाल, प्रधानमंत्री और गृह मंत्री के खिलाफ अमर्यादित भाषा का उपयोग किया. घोघरा मंच से बोले कि केंद्र सरकार हमारी जासूसी करवा रही है और राज्यपाल उनके दलाल के रूप में यहां बैठे हैं. गणेश घोघरा यहीं नहीं रुके, उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) और गृहमंत्री अमित शाह (Amit Shah) को रंगा बिल्ला बताते हुए कहा कि इन दोनों को दौड़ा-दौड़ा कर जूतों से पिटाई करनी चाहिए. 
बड़ी बात यह रही कि प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष और शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा के साथ इस दौरान मंच पर पर कई वरिष्ठ नेता भी मौजूद रहे लेकिन किसी से घोघरा को नहीं टोका. 

बस यहीं से बीजेपी को बैठे बिठाए मुद्दा मिल गया और तुरंत घोघरा को विपक्ष ने पद से हटाने और कार्रवाई की मांग की. साथ देश के प्रधानमंत्री, गृहमंत्री और राज्यपाल जैसे पदों पर बैठे व्यक्तित्व के लिए अमर्यादित शब्द बोलने पर तुरंत कार्रवाई की भी मांग की.  बीजेपी के नेता जितेन्द्र मीणा ने इस मामले में कार्रवाई के लिए पुलिस में शिकायत भी दी.

नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारियां ने घोघरा के बयानों की निंदा की और कहा कि मुझे घोघरा की बुद्धि पर ही तरस आता है। मैं सोचता हूं कि गली का बच्चा भी गणेश घोघरा जैसा नहीं बोलेगा। कटारिया ने राजभवन घेराव पर भी सरकार पर हमला बोला और कहा कि जब राजस्थान के मुख्यमंत्री पिछली बार घोषणा कर चुके हैं कि लॉ एंड आॅर्डर बिगड़ेगा तो मेरी जिम्मेदारी नहीं होगी। फिर तो भगवान ही जिम्मेदार होगा।