जयपुर में प्रतीकात्मक दांडी मार्च का आयोजन, मुख्यमंत्री गहलोत सहित कई मंत्री, विधायक हुए शामिल


जयपुर। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने दांडी मार्च की 91वींं वर्षगांठ के अवसर पर जयपुर में प्रतीकात्मक दांडी मार्च को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया एवं खादी ग्रामोद्योग भवन, बजाज नगर से गांधी सर्किल तक मार्च में शामिल हुए। इस मार्च के दौरान कई मंत्री, विधायक भी साथ रहे।

इस मौके पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि आजादी की 75वीं वर्षगांठ पूरे मुल्क में मनाने की शुरुआत हुई है और मैं उम्मीद करता हूं कि पूरे मुल्क में, लोगों में जज़्बा पैदा होगा और विशेष रूप से नई पीढ़ी के अंदर। जिस प्रकार से आज ही के दिन महात्मा गांधी ने 1930 में जो दांडी यात्रा शुरू की थी, वो अंग्रेजों के साम्राज्यवाद के खिलाफ बिगुल बजाया था, उसमें वो कामयाब हुए और 6 अप्रैल को समाप्त हुई दांडी के तट पर, पूरा देश एकजुट हो गया था। अब जो अमृत महोत्सव मनाने की शुरुआत हुई है, राजस्थान में भी फ्रीडम फाइटर्स एक से बढ़कर एक थे हर संभाग में, हर जिले के अंदर चाहे शेर-ए-राजस्थान जयनारायण व्यास हों, माणिक्य लाल वर्मा हों, हीरालाल शास्त्री हों, बारहठ बंधू हों, रामनारायण चौधरी हों, राजबहादुर जी हों भरतपुर के अंदर, कोई कमी नहीं रही है। सैकड़ों नाम होंगे जहां राजस्थान के लोगों ने उस जमाने के अंदर जब अंग्रेजों से लोहा लिया जा रहा था, सामंती प्रथाएं थीं, उस वक्त में बढ़-चढ़कर जो हिस्सा लिया, वो इतिहास के स्वर्णिम अक्षरों में लिखा गया है। ये मुल्क आजाद हुआ और 75 साल के अंदर जो 15 अगस्त से शुरू होगा, पूरे देश के अंदर 75वां आजादी का जश्न, उसकी पहले से ही तैयारी शुरू हो चुकी है आज से ही। उन्होंने कहा कि मैं उम्मीद करता हूं कि नई पीढ़ी को इतिहास की जानकारी मिले, ये भी इसमें बहुत बड़ी थीम होनी चाहिए, जिससे कि आने वाली पीढ़ियां भी याद रख सकें, किस प्रकार हमारे पूर्वजों ने त्याग किए, बलिदान किए, जेलों में बंद रहे, लाठियां खाईं, गोलियां खाईं अंग्रेजों की, फांसी के फंदे पर चढ़े, इतिहास से नई पीढ़ी सीखेगी तो इतिहास बनाने के काबिल बनेगी देश के लिए। पंडित नेहरू जैसे व्यक्तित्व, गांधी जी का तो पूरे विश्व के अंदर आज संदेश है अहिंसा का, पूरा विश्व 2 अक्टूबर को अंतर्राष्ट्रीय अहिंसा दिवस मनाता है, परंतु पंडित नेहरू जैसे लोग भी 10-10 साल तक जेलों में बंद रहे 10-10 साल तक टुकड़ों में बंद रहे जेलों के अंदर, कितने लोगों ने त्याग किए, बलिदान किए, सरदार पटेल हों, मौलाना अबुल कलाम आजाद हों, अंबेडकर साहब ने बनाया संविधान, एक नया पूरा इतिहास बन गया है और इतिहास गर्व करने वाला है। सबसे बड़ी बात है कि हमारे मुल्क का इतिहास आजादी का भी और आजादी के बाद में 75 साल की उपलब्धि जो है, जहां सुईं नहीं बनती थी, शिक्षा, स्वास्थ्य, सड़क, पानी, बिजली पहले कुछ नहीं था देश के अंदर, सुईं बाहर से आती थी, आज यहां सबकुछ है। विज्ञान में, तकनीकी के अंदर, पानी, बिजली, शिक्षा, स्वास्थ्य, सड़कें देख रहे हो, आधुनिक भारत दिख रहा है, वो 75 साल की देन है, ये गर्व करने वाली बातें हैं। मैं उम्मीद करता हूं कि नई पीढ़ी आगे बढ़कर इसमें हिस्सा लेगी और ये आयोजन बहुत कामयाब होंगे। आज जो ये शुरुआत हुई है उसके लिए जयपुर नागरिक समिति को सरकार के साथ मिलकर जो अभियान शुरू किया है, मैं उनको साधुवाद देता हूं। उम्मीद करता हूं कि आने वाले वक्त में आपको और प्रोग्राम देते जाएंगे। मेरी बहुत शुभकामनाएं हैं।