यूरोप में कोरोना के कहर से WHO भी घबराया, बोला- कुछ ही महीनों में हो सकती हैं 7 लाख मौतें


लगभग दो वर्ष की पाबंदियों के बावजूद कोरोना संक्रमण की रफ्तार यूरोप में तेजी से बढ़ने लगी है। लाख प्रयासों के बावजूद यूरोप में कोरोना कहर बरपा रहा है। यह कोविड-19 महामारी का वैश्विक केंद्र बना हुआ है। हर कोशिश के बावजूद कई देशों में रिकॉर्ड स्तर पर मामले बढ़ते ही जा रहे हैं। लगभग दो वर्ष की पाबंदियों के बावजूद संक्रमण की रफ्तार तेजी से बढ़ रही है। ऐसे में डब्ल्यूएचओ ने चेतावनी जारी की है कि अगर इसी तेजी से मामले बढ़ते रहे तो यूरोप में कोविड-19 के चलते 7 लाख मौतें और हो सकती हैं।

डब्ल्यूएचओ ने चेतावनी जारी की है कि अगर इसी तेजी से मामले बढ़ते रहे तो यूरोप में कोविड-19 के चलते यह मोतें हो सकती हैं. डब्ल्यूएचओ के यूरोप ऑफिस ने कहा है कि पूर्वानुमानों के मुताबिक महाद्वीप के 53 देशों में आने वाले महीनों में कोरोना वायरस महामारी (Coronavirus Pandemic) से सात लाख और लोगों की मौत हो सकती है, जिससे संक्रमण से मौत के कुल मामले 20 लाख से ज्यादा हो सकते हैं. ऐसे में कोविड प्रोटोकॉल की पालना बेहद जरूरी है।

उधर भारत सरकार ने डब्ल्यूएचओ की चेतावनी को गंभीरता से लेते हुए देश में भी इस चुनौती का मुकाबला करने के लिए आवश्यक कदम उठाने की दिशा में काम तेज कर दिया है। हालांकि फिलहाल यह चेतावनी डब्ल्यूएचओ ने यूरोप के लिए जारी की है लेकिन भारत किसी भी तरह से रिस्क नहीं लेना चाहता।