सावधान इंडिया! कोरोना के डेल्टा वैरियंट ने उड़ाई चीन की नींद, 15 लाख की आबादी वाले शहरों में आवाजाही बंद, उड़ानें रद्द, लॉकडाउन के हालात


बिजिंग. कोरोना वायरस ने एक बार फिर चीन की नींद उड़ा दी है. जिस कोरोना को लेकर चीन निश्चिंत हो चुका था ​कि वो कोरोना से मुक्त हो चुका है वहां एक बार फिर हालात बिगड़ने शुरू हो गए हैं. कोरोना वायरस के डेल्टा वैरियंट ने अचानक ऐसा गदर मचाया है कि फिर से चीन में लॉकडाउन करना पड़ रहा है. कोरोना वायरस के अत्यधिक संक्रामक डेल्टा वैरियंट के मामले बढ़ने के कारण अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया के अलावा दुनिया के अन्य कई देशों में फिर से पाबंदियों को सख्त किया जा रहा है. चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने इस प्रकोप से निपटन के लिए तुरंत ठोस कदम उठाने के निर्देश दिए हैं. सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट पार्टी चीन में फिर से लॉकडाउन की रणनीति को अपनाना शुरू कर चुकी है. इसी के तहत 15 लाख की आबादी वाले शहर में आवाजाही को पूरी तरह से बंद कर दिया गया है, केवल जरूरी सेवाएं ही चालू रखी गई हैं. उड़ानों को रद्द कर दिया गया. व्यापक स्तर पर कोरोना जांच के आदेश जारी कर दिए गए हैं. लोगों को कोरोना प्रोटोकॉल की पालना करने और पुलिस को प्रोटोकॉल की किसी भी सूरत में पालना करवाने के निर्देश दिए गए हैं. 

वुहान में संक्रमण फैलने के दौरान चर्चा में आए शंघाई के डॉक्टर झांग वेनहोंग ने कहा कि संक्रमण के मामले फिर से फैल रहे हैं और वायरस से मुक्ति नहीं मिल पा रही है. उन्होंने कहा, “अब दुनिया को इस वायरस के साथ रहना सीखना होगा.”

उधर चीन समेत विभिन्न देशों में डेल्टा वैरिएंट से बिगड़े हालातों पर भारत सरकार लगातार नजर रखे हुए हैं और चिकित्सा महकमे को अलर्ट कर दिया गया है. ताकि समय रहते इससे लड़ने की रणनीति तैयार हो सके. लोगों की जान जाने के जोखिम को कम से कम किया जा सके. 

बताया गया है कि डेल्टा वैरिएंट, ऐसे वायरस की तुलना में अधिक फैलता है जो मर्स, सार्स, इबोला, सामान्य सर्दी, मौसमी फ्लू और बड़ी माता के कारण बनता है. और यह चेचक की तरह ही संक्रामक है.

गौर करने वाली बात यह है कि WHO के मुताबिक 132 देशों में बीटा वेरिएंट और 81 देशों में गामा वेरिएंट सामने आया है. इसमें बताया कि अल्फा वेरिएंट 182 देशों, क्षेत्रों या इलाकों में मिला है जबकि पहली बार भारत में मिले डेल्टा वेरिएंट के मामले अब 135 देशों में सामने आ चुके हैं. भारत में भी यह मामले बढ़ रहे हैं. विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा जारी आंकड़ों में बताया गया कि नए मामलों की वैश्विक संख्या को बढ़ते हुए एक महीने से ज्यादा वक्त हो गया है जिसमें पिछले हफ्ते यानी 26 जुलाई से एक अगस्त तक 40 लाख से मामले सामने आए हैं।