आर्थिक तंगी के बाद अब कोरोना ने ​रोकी 10 हजार कमरे, 70 रेस्टोरेंट वाले दुनिया के सबसे बड़े 25 हजार करोड़ की लागत से बन रहे होटल की राह


मक्का. कोरोना ने ना केवल छोटे व्यापारियों की बल्कि सऊदी अरब जैसे देशों के शेखों की भी हालत पतली कर दी है. यही कारण है कि दुनियाभर में कई बड़े और विशालकाय  होटलों को टक्कर देने के लिए मक्का में बनाए जा रहे दुनिया के सबसे बड़े होटल का निर्माण कार्य भी फिर से चालू नहीं हो पा रहा है. कारण पहले आर्थि​क तंगी और फिर कोरोना. हालांकि इसमें कोई दो राय नहीं कि यह आर्थिक तंगी तो आनी ही थी क्योंकि यह होटल कोई सौ, दौ सो, पांच सौ या हजार करोड़ में नहीं बल्कि पूरे पच्चीस हजार करोड़ से भी ज्यादा की कीमत में बनना है. 

वैसे बताते चलें कि फिलहाल मलेशिया के 'फर्स्ट वर्ल्ड होटल' को दुनिया के सबसे बड़े होटल का दर्जा मिला हुआ है जिसमें कुल 7,351 कमरे हैं।

गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड में भी इस होटल का नाम दर्ज है। पर अब इसको टक्कर देने के लिए दुनिया का सबसे बड़ा होटल सऊदी अरब के पवित्र शहर मक्का में बनाया जा रहा है. जिसमें कुल 10 हजार कमरे होंगे, 12 टावर्स वाले इस होटल में 70 रेस्टोरेंट भी होंगे, जहां हर वक्त उजाला रहेगा यानी कि दिन-रात खुले रहेंगे।

अब 'अबराज कुदाई' नामक इस होटल की एक खास बात और सुनिए। इस 45 मंजिला ऊंचे होटल के ऊपर चार हैलीपैड्स भी बनाए जा रहे हैं, ताकि बिना किसी परेशानी के शाही मेहमान अगर चाहे  तो सीधा होटल के उपर ही लैंड कर सके. इस होटल की सबसे खास बात ये है कि इसके पांच फ्लोर को सिर्फ सऊदी अरब के शाही परिवार के इस्तेमाल के लिए ही बनाया गया है, जहां बिना इजाजत आम लोगों के जाने की मनाही होगी। शान से सऊदी अरब का शाही परिवार यहां अपना दिन और रात गुजरेगा. जन्नत से सुकून और अ​त्याधुनिक सुविधाओं से लेस इस होटल का वैसे तो काफी हद तक काम पूरा हो चुका है लेकिन कोरोना संकट के चलते अब एक बार फिर काम अटक गया है.

वैसे इससे पहले यह माना जा रहा था कि अबराज कुदाई होटल साल 2017 तक बनकर तैयार हो जाएगा और पर्यटक इसका लुत्फ उठा सकेंगे, लेकिन ऐसा नहीं हो पाया. पहले 2015 में कुछ आर्थिक संकट के चलते निर्माण कार्य को रोक दिया गया तो  फिर कहा गया कि होटल 2019 या फिर 2020 तक तैयार हो जाएगा। अब 2019 और 2020 के अंत तक भी यह होटल बनकर तैयार हो पाया. और तो और 2021 भी तेजी से आगे बढ रहा है. जानकार बताते हैं कि पहले इस होटल को आर्थिक तंगी ने रोका तो अब कोविड संकट के चलते काम रूका पड़ा है. कहीं कुछ काम हो भी रहे हैं तो बहुत तेज रफ्तार की कमी नजर आ रही है. अब बताया जा रहा है कि आने वाले दो सालों में इस होटल को पूरी तरह से तैयार कर लिया जाएगा. 
बहरहाल यह कहा जा सकता है कि कोरोना वो कोई जगह नहीं छोड़ी जहां कोई इससे प्रभावित ना हुआ हो.