कोरोना वायरस के खतरे के बीच 31 मार्च तक देशभर में भारतीय ट्रेनें रद्द


नई दिल्ली. कोरोना की सुनामी से निपटने की दिशा में भारत सरकार ने एक और महत्वपूर्ण फैसला लेते हुए 31 मार्च तक सभी ट्रेनें बंद कर दी है. केवल मालगाड़ियों की आवाजाही ही इस दौरान हो सकेगी.

भारत ने चीन के बाद इटली में कोरोना वायरस के संक्रमण से बिगड़े हालातों के बीच कमर कस ली है. जो गलती इन दोनों देशों में हुई वो गलती भारत नहीं दोहराना चाहता. देश के कई बड़े और विकसित देशों में बिगड़े हालातों के बीच जहां भारत में रविवार को जनता कर्फ्यू की पहल की गई वहीं राजस्थान सरकार ने तो 31 मार्च तक पूरे प्रदेश की सीमाएं सील करते हुए लॉक डाउन की घोषणा कर दी है.

राजस्थान के बाद पंजाब, उत्तराखंड सरकार ने भी 31 मार्च तक लॉक डाउन का ऐलान कर दिया है.कोरोना के खतरे पर पूरा देश अलर्ट है.

वहीं अब लोग एक दूसरे से कम से कम सम्पर्क में आएं, संक्रमण एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में ना फेले इस लिहाज से एक और महत्वूपर्ण कदम उठाते हुए 31 मार्च 2020 तक पैसेंजर ट्रेनों की सेवा बंद करने का फैसला किया है. कोरोना संक्रमण रोकने के लिए रेलवे बोर्ड की बैठक में यह फैसला लिया गया है. रेलवे ने बताया है कि सभी लंबी दूरी की ट्रेनें, एक्सप्रेस और इंटरसिटी ट्रेन (प्रीमियम ट्रेन भी शामिल) का परिचालन 31 मार्च की रात 12 बजे तक बंद रखा जाएगा.

बड़ी बात यह है कि रेल यात्रियों के हित को ध्यान रखते हुए रेलवे फिलहाल टिकट कैंसिल करवाने पर कोई चार्ज नहीं लेगा. और तो और पूरा पैसा वापस किया जाएगा. कैंसिल करने के एवज में 21 जून तक पैसा वापस लिया जा सकेगा.