मिस्त्री बोले-मोदी को उनकी औकात दिखाएंगे, उधर मोदी बोले-रोज खाता हूं 3-3 किलो गालियां


नई दिल्ली। गुजरात विधानसभा चुनावों को लेकर कांग्रेस ने शनिवार को अपना घोषणा पत्र जारी किया। इस दौरान पार्टी के वरिष्ठ नेता मधुसूदन मिस्त्री के बयान ने विवाद खड़ा कर दिया। मिस्त्री ने अहमदाबाद में पार्टी का घोषणा पत्र जारी करने के बाद एक टीवी चैनल से कहा कि वो गुजरात चुनाव में प्रधानमंत्री मोदी को उनकी औकात दिखाएंगे। मोदी कितनी कोशिश कर लें, वे सरदार पटेल नहीं बन सकते।

उधर, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज ही तेलंगाना में कहा कि वे रोज तीन-तीन किलो गालियां खाते हैं। मोदी ने तेलंगाना में मुख्यमंत्री केसीआर को निशाने पर लेते हुए कहा कि उनके अंदर बहुत एनर्जी है वह इसलिए है क्योंकि वह बहुत गालियां खाते हैं। अहमदाबाद में प्रधानमंत्री मोदी को औकात दिखाने की बात कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मधुसूदन मिस्त्री ने पार्टी का घोषणा पत्र जारी होने के बाद कही। कांग्रेस ने घोषणा पत्र के पेज संख्या 59 पर वादा किया है कि सरकार बनने पर नरेंद्र मोदी स्टेडियम का नाम फिर से सरदार पटेल स्टेडियम किया जाएगा। मिस्त्री से जब यह पूछा गया कि इसे घोषणा पत्र में क्यों शामिल किया गया है, तो उन्होंने कहा यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को उनकी औकात दिखाएगा। वे सरदार पटेल नहीं बन सकते हैं।

मिस्त्री के इस बयान की भाजपा ने भर्त्सना की है। भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता और राज्यसभा सांसद सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि मधुसूदन मिस्त्री का यह बयान कांग्रेस पार्टी के नेताओं का प्रधानमंत्री के प्रति वैमनस्य दिखाता है। त्रिवेदी ने कहा यह कोई नई बात नहीं है, कांग्रेस के नेता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का अपमान करते रहते हैं, यह उनका अपमान नहीं है बल्कि गुजरात और देश के संवैधानिक पद भी अपमान है।

जानकार कहते हैं कि मिस्त्री का यह बयान कांग्रेस के लिए मुश्किल बन सकता है। साल 2017 में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मणिशंकर अय्यर ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए नीच शब्द का इस्तेमाल किया था। इससे पार्टी को भारी नुकसान हुआ था। उधर, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज तेलंगाना में मुख्यमंत्री केसीआर को निशाने पर लेते हुए कहा कि वे निराशा, भय और अंधविश्वास के कारण मोदी को सुबह-शाम गालियां देते हैं। पानी पी-पीकर गालियां देते हैं। पूरी उम्र इसी में खपा दी है, उनके पास गालियों के अलावा देने के लिए कुछ नहीं बचा है। आप परेशान मत होइए। मैं तो पिछले 20-22 सालों से वैराइटी-वैराइटी की गालियां खा चुका हूं।