मणिपुर में सेना के काफिले पर आतंकी हमले में 7 जिंदगियां छीन लेने की देशभर में निंदा, तुरंत कार्रवाई की उठी मांग


शनिवार को मणिपुर में हुए बड़े आतंकी हमले के बाद ना केवल राज्य में बल्कि पूरे देश में आक्रोश है. सुबह करीब दस बजे मणिपुर के चुराचांदपुर जिले के सिंघाट में आतंकियों ने 46 असम राइफल्स के कमांडिंग ऑफिसर कर्नल विप्लव त्रिपाठी को निशाना बनाया और उनके काफिले पर ये जानलेवा हमला कर 7 लोगों की जिदंगी छीन ली.


इस घटना के बाद लगातार आतंकियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की जा रही है. सोशल मीडिया पर लगातार आतंकियों को तुंरत सबक सीखाने की मांग उठ रही है.  

इस हमले में कमांडिंग ऑफिसर कर्नल विप्लव त्रिपाठी के अलावा उनकी पत्नी और बेटे ने मौके पर ही दम तोड़ दिया. बाद में चार और जवान शहीद हो गए. हमले के पीीछे मणिपुर की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी को जिम्मेदार बताया जा रहा है. आतंकी संगठन 1978 से सक्रिय है और अब तक का सबसे घातक हमला बताया जा रहा है. 

जानकारी मिली है कि एक तय रणनीति के तहत सिंघाट में उनके काफिले को निशाना बनाया गया.