राजस्थान में ऑक्सीजन संकट, स्थिति संभालने के लिए CM ने अर्जेंट 24 घंटे में केंद्र से मांगी 201 मीट्रिक टन ऑक्सीजन


जयपुर। यदि आपको अपने आप को सुरक्षित रखना है तो किसी भी सूरत में अब घर से बाहर नहीं निकले। चाहे कितना भी अर्जेंट काम हो अपने आपको घर में ही सुरक्षित रखें। क्योंकि राजस्थान में इस वक्त मेडिकल इमरजेंसी जैसे हालात पैदा हो चुके हैं। ऑक्सीजन की बहुत ज्यादा शॉर्टेज हो गई है। और ऐसे में यदि आप अस्पताल जाते हैं तो वहां भी आप का इलाज हो ही जाएगा इसकी कोई गारंटी नहीं।

बार-बार केंद्र से मांगने के बावजूद राजस्थान में ऑक्सीजन जरूरत के मुताबिक सप्लाई नहीं हो पा रही है। ऐसे में खुद को बचाने के लिए घर पर रहकर ही सावधानीपूर्वक जो संभव प्रयास कर सकते हैं करें।

राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने लगातार बिगड़ रहे हालातों के बीच केंद्र सरकार से तुरंत 201 मेट्रिक टन ऑक्सीजन की मांग की है और इसकी आपूर्ति 24 घंटे के अंदर नहीं हुई तो हालात और बिगड़ सकते हैं।

गहलोत ने चिंता जताते हुए कहा कि हम केन्द्र सरकार से बार-बार निवेदन कर रहे हैं कि अन्य राज्यों और विदेशों से मदद लेकर राजस्थान एवं अन्य राज्यों की भी सहायता करें। राजस्थान में लगभग 1 लाख 70 हजार एक्टिव केसेज हैं। मानकों के अनुसार करीब 12% मरीजों को ऑक्सीजन की आवश्यकता होती है। यानी राजस्थान में करीब 20,400 मरीजों को आज ऑक्सीजन की आवश्यकता है। एक्टिव केसेज की गणना के आधार पर आज प्रदेश को 466 मीट्रिक टन ऑक्सीजन की आवश्यकता है लेकिन फिलहाल सिर्फ 265 मीट्रिक टन ऑक्सीजन ही मिल पा रही है।

 गहलोत ने चिंता जताते हुए कहा कि आज राजस्थान में करीब 201 मीट्रिक टन ऑक्सीजन की कमी है। राज्य में संक्रमित केस देश के कुल संक्रमितों का 5% है लेकिन ऑक्सीजन आवंटन सिर्फ 1.6% है। प्रदेश को एक सप्ताह के अन्दर ही कुल 550 मीट्रिक टन ऑक्सीजन की आवश्यकता होगी। गहलोत बोले कि ऐसे में केन्द्र सरकार से पुन: अनुरोध है कि इमरजेंसी के तौर पर प्रदेश को 201 मीट्रिक टन ऑक्सीजन आज ही आवंटित की जाए।

हो सकता है कि केन्द्र सरकार ने बेहतर प्रबंधन की दृष्टि से ऑक्सीजन और दवाइयों का कंट्रोल अपने हाथ में लिया हो। लेकिन राज्य यदि एक दूसरे की मदद करना चाहते हैं तो भारत सरकार की देखरेख में उन्हें इसकी छूट दी जाए। हम पुन: केन्द्र से निवेदन करते हैं कि राजस्थान की सहायता करें। राजस्थान को केन्द्र सरकार की मदद की दरकार है।