सीमा पर हिंसक झड़प के तीन दिन बाद चीन ने रिहा किए 10 भारतीय जवान


नई दिल्ली/बीजिंग. भारत और चीन के बीच चल रहे विवाद के बीच एक बड़ी खबर आई है. एक समाचार एजेंसी के मुताबिक चीन ने भारतीय जवानों के साथ झड़प के बाद 10 जवानों को बंधक बना लिया था. इन्हें तीन दौर की बातचीत के बाद आखिर का रिहा करा लिया गया है. हालांकि सेना की ओर से इस मामले में कोई भी आधिकारिक बयान अभी तक जारी नहीं किया गया है.

पूर्वी लद्दाख की गलवान घाटी में सोमवार को भारत-चीन सैनिकों के बीच हुई खूनी झड़प के बाद यह 10 भारतीय जवान चीनी सेना ने पकड़ लिए थे. इस दौरान 20 सैनिक शहीद भी हो गए थे. वरिष्ठ सैन्य अधिकारियों के बीच तीन दौर की बातचीत समेत डिप्लोमेटिक और सैन्य चैनल्स के इंटेंस नेगोशिएशन के बाद चीन द्वारा हिरासत में लिए गए सभी जवानों को रिहा कर दिया गया है.

इनमें सेना के दो अधिकारी भी शामिल हैं. बताया जा रहा है कि गुरुवार शाम को भारतीय पक्ष में इनको वापस लौटा दिया गया. 15 जून को गलवान घाटी में हुई हिंसक झड़प में एक कर्नल समेत भारत के 20 जवान शहीद हुए थे. वहीं इस झड़प में चीनी सेना को भी नुकसान पहुंचा. हालांकि अभी तक चीनी सेना ने अपने नुकसान का आधिकारिक बयान जारी नहीं किया है.

 

भारत की ओर से फिलहाल इस पूरे घटनाक्रम पर कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया गया है. इससे पहले भारतीय सेना और विदेश मंत्रालय ने गुरुवार को कहा था कि कोई भी भारतीय सैनिक इस हिंसक झड़प में लापता नहीं हुआ.

 

भारत-चीन सीमा पर P-8 आई टोही पनडुब्बी रोधी युद्धक विमान तैनात किए गए. 73 दिनों तक चले डोकलाम गतिरोध के दौरान और पुलवामा आतंकी हमले के बाद पाकिस्तानी सैनिकों की गतिविधियों पर नजर रखने के लिए भी P-8आई विमान तैनात किए गए थे. निगरानी चाहे समुद्र में करनी हो या पहाड़ पर, इसके लिहाज से P-8आई बेहतरीन विमान है. P-8आई विमान बोइंग के नेक्स्ट जेनरेशन 737 पर आधारित है.