चीनी जासूसी का भंडाफोड़. मोदी, सोनिया, मनमोहन, गहलोत, योगी, अम्बानी, अडानी सहित 350 सांसदों की जुटाई जानकारी


नई दिल्ली. चीन बेहद खतरनाक खेल खेल रहा है. ना केवल LAC पर बल्कि भारत के भीतर भी चीन जासूसी के झंडे गाड़ने के काम कर रहा था. इंडियन एक्सप्रेस ने यह खुलासा किया है. जिसके बाद पूरे देश में हड़कंप मच गया है. इतना ही नहीं चीन भारत सहित अन्य देशों के बड़े नेताओं की भी जासूसी करा रहा है. भारत की बात करें तो चीन मोदी, सोनिया, मनमोहन, 24 मुख्यमंत्री, 350 संसद सहित 1350 लोगों की जानकारी जुटाकर उनकी जासूसी में जुटा था. चीनी कंपनी शेनझेन इंफोटेक और झेन्हुआ इंफोटेक इस जासूसी के काम को अंजाम दे रहे हैं. शेनझेन इंफोटेक कंपनी ये जासूसी चीन की कम्युनिस्ट पार्टी की सरकार के लिए कर रही है. इस कंपनी का काम दूसरे देशों पर नजर रखना है और जरूरी तथ्य जुटाना है. चीन की यह जासूसी कंपनियां भारत के करीब 24 मुख्यमंत्रियों की जासूसी कर रही है. जिनमे महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया, झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरोन, ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक, राजस्थान के CM अशोक गहलोत सहित प्रमुख नाम शामिल हैं. लिस्ट में 16 पूर्व मुख्यमंत्री भी शामिल हैं. चीन की जासूसी कंपनी महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया, झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरोन और ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक समेत वर्तमान के कुल 24 मुख्यमंत्रियों की जासूसी कर रही है. वहीं इस लिस्ट में 16 पूर्व मुख्यमंत्री भी शामिल हैं. झेन्‍हुआ डाटा इंफॉरमेशन टेक्‍नॉलजी कंपनी लिमिटेड (Zhenhua Data Information Technology Co.) के ग्राहकों में चीनी सेना और चीन की कम्‍युनिस्‍ट पार्टी शामिल है. इस जासूसी के दौरान लोगों की जन्‍मतिथि, पते, वैवाहिक स्थिति, फोटो, राजनीतिक जुड़ाव, रिश्‍तेदार और सोशल मीडिया आईडी की जानकारी एकत्र की गई है. यह चीनी कंपनी ट्विटर, फेसबुक, लिंकडिन, इंस्‍टाग्राम, टिकटॉक अकाउंट से सूचनाएं इकट्ठा कर रही थी. इसके आलवा समाचार, आपराधिक रेकॉर्ड और कारपोरेट अपराध शामिल हैं.