कांग्रेस को अपने दम पर हराकर जीते संयम लोढ़ा सहित 10 निर्दलीय विधायकों को मंत्री पद नहीं मिलने पर हुई निराशा पर हार्दिक संवेदनाएं: राजेन्द्र राठौड़


जयपुर। राजस्थान में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत सरकार का मंत्रिमंडल पुनर्गठन हो चुका है। लेकिन अब आरोप-प्रत्यारोप का दौर भी तेज हो गया है। ऐसे में उप नेता प्रतिपक्ष और बीजेपी के वरिष्ठ नेता राजेंद्र राठौड़ ने इस मंत्रिमंडल पुनर्गठन पर चुटकी ली है और अपने कई बयान ट्विटर पर जारी भी किए।

राठौड़ ने एक बयान जारी कर कहा कि "अपनी सदस्यता को दांव पर लगाकर हाथी से हाथ का सफर करने वाले बसपा के 5 माननीय विधायकों जिन्हें अयोग्य किए जाने की तलवार मा. सर्वोच्च न्यायालय ने अभी भी लटका रखी है तथा कांग्रेस पार्टी को अपने दम पर हराकर जीते संयम लोढ़ा सहित 10 निर्दलीय विधायकों को मंत्री पद नहीं मिलने पर हुई निराशा पर हार्दिक संवेदनाएं. लगे रहो गुलफाम.. कभी तो किस्मत चमकेगी."

इतना ही नहीं राठौड़ ने कहा कि "सरकार के नये मंत्रिमंडल में राजस्थान के 13 जिलों अजमेर, नागौर, उदयपुर, प्रतापगढ़, डूंगरपुर, श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़, सीकर, चूरू, सिरोही, धौलपुर, टोंक और सवाईमाधोपुर से एक भी मंत्री नहीं बनाया गया है."

एक अन्य ट्वीट में राजेंद्र राठौड़ ने चुटकी लेते हुए लिखा कि "नवनियुक्त मंत्रियों को ढेरों शुभकामनाएं. पिछले 3 वर्ष से अपने पत्र व वक्तव्यों के जरिए सरकार को घेरने वाले, कमियां निकालने वाले करीब आधा दर्जन विधायक आज मंत्रिपरिषद का हिस्सा बने हैं. उम्मीद है, कमियां ढूंढने वाले मंत्रियों के सरकार में आने के बाद अब सारी कमियां दुरुस्त होगी."