चलता हूं, अलविदा... इन शब्दों के साथ नाराज बीजेपी सांसद बाबुल सुप्रियो ने राजनीति से लिया सन्यास


नई दिल्ली. मोदी कैबिनेट में फैरबदल के दौरान पद से हटाए गए आसनसोल से बीजेपी के सांसद बाबुल सुप्रियो ने राजनीति को अलविदा कह दिया है. साथ ही सांसद का पद छोड़ने का भी ऐलान किया है. हालांकि उन्होंने यह भी कहा है कि वह सिर्फ बीजेपी को पसंद करते हैं और वह किसी और पार्टी में नहीं शामिल हो रहे.
पूर्व पर्यावरण राज्य मंत्री बाबुल सुप्रियो ने साफ कहा कि उनके इस फैसले का संबंध मंत्रिमंडल से हटाए जाने से है। हाल में जब उन्हें कैबिनेट से हटाया गया था तो उन्होंने ट्वीट करके कहा था कि वह अपने लिए दुखी हैं. बांग्ला भाषा में लिखी गई एक सोशल मीडिया पोस्ट में बाबुल सुप्रियो ने बताया है कि वह जल्द ही लोकसभा सांसद से इस्तीफ़ा दे देंगे और अपना सरकारी आवास ख़ाली कर देंगे.

उन्होंने लिखा है, "चलता हूँ, अलविदा, अपने माँ-बाप, पत्नी, दोस्तों से बात करके मैं कह रहा हूँ कि मैं अब (राजनीति) छोड़ रहा हूँ. उन्होंने स्पष्ट किया है कि वह किसी अन्य राजनीतिक दल में शामिल नहीं हो रहे हैं."

उन्होंने लिखा है, "मैं किसी राजनीतिक दल में नहीं जा रहा हूँ. टीएमसी, कांग्रेस, सीपीआई (एम)...किसी ने मुझे नहीं बुलाया है. मैं कहीं नहीं जा रहा हूँ. मैं एक टीम के साथ रहने वाला खिलाड़ी हूँ.''

बाबुल सुप्रियो पिछले दो बार से पश्चिम बंगाल के आसनसोल से लोकसभा सांसद का चुनाव जी रहे हैं. सात जुलाई को जब मोदी सरकार ने दो साल बाद मंत्रिमंडल का विस्तार किया तो बाबुल सुप्रियो को मंत्रिमंडल से बाहर कर दिया गया. नाम लिए बिना सुप्रियो ने लिखा है कि पश्चिम बंगाल में बीजेपी के शीर्ष नेताओं में कलह मची हुई है, जिससे कार्यकर्ताओं का मनोबल टूट रहा है.