उदयपुर हत्याकांड पर DGP का खुलासा, आरोपियों के दावत-ए-इस्लामिक संगठन और पाकिस्तान में बैठे ट्रेनर से ताल्लुक, आतंक फैलाने के लिए की हत्या


उदयपुर में कन्हैया लाल के हत्याकांड के मामले में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। p>

उदयपुर हत्याकांड मामले को लेकर डीजीपी मोहनलाल लाठर ने भी प्रेस वार्ता में बताया कि आतंक फैलाने के मकसद से आरोपी रियाज अंसारी और मोहम्मद गौस ने कन्हैया लाल की हत्या की। उदयपुर में कन्हैया लाल हत्याकांड की अब इसीलिए एनआईए जांच करेगी। यूएपीए के तहत एनआईए ने केस दर्ज किया है। एटीएस एसओजी कि एसआईटी भी मामले की जांच करेगी।

DGP के मुताबिक कन्हैया लाल को गिरफ्तार करने, समझौता करना और हत्या कर वीडियो वायरल करना दोनों अलग-अलग मामले हैं।

डीजीपी ने कहा पकड़े गए आरोपियों का दावत-ए-इस्लामिक संगठन से ताल्लुक है। दावत ए इस्लामीक संगठन के एक सदस्य का आरोपियों के घर आने जाने का लिंक भी मिला है। इस संगठन के कानपुर, मुंबई और दिल्ली में ऑफिस हैं।

DGP ने बताया कि पकड़े गए आरोपियों में एक आरोपी मोहम्मद गौस 2014 में पाकिस्तान के कराची में गया था। अब दोनों आरोपियों के पूरे नेटवर्क को खंगालने में ATS, SOG और एनआईए की टीम जुट गई है। मामले में लापरवाही पर एसएचओ और एएसआई को सस्पेंड किया का चुका है।

पकड़े गए आरोपियों में से एक आरोपी के फोन में पाकिस्तान से जुड़े 10 मोबाइल नंबर मिले हैं। हत्या कर आतंक फैलाने से जुड़े इस मामले में एक आरोपी पाकिस्तान के एक ट्रेनर के संपर्क में था। सूत्रों के हवाले से एक बड़ी खबर यह भी है कि इस पूरे मामले में आरोपी दुबई, नेपाल और पाकिस्तान तीनों जगह पर दहशत फैलाने के मकसद से जा चुके हैं। और उन्होंने विशेष प्रशिक्षण भी प्राप्त किए हैं। हालांकि इसकी आधिकारिक पुष्टि अभी तक नहीं की गई है इसका खुलासा पूछताछ के बाद ही हो पाएगा।