कांग्रेस सरकार ने बनाया BJP का कार्यवाहक महापौर! सौम्या को हटा शील धाबाई को सौंपी कमान


जयपुर। राजस्थान में जयपुर ग्रेटर नगर निगम के आयुक्त आईएएस यज्ञ मित्र देव सिंह के साथ हुई मारपीट का मामला एक सियासत का नया रंग ले चुका है। इस पूरे मामले में 1 दिन पहले ही जहां आरोपी महापौर सौम्या गुर्जर को उनके पद से निलंबित कर दिया गया था। उनके साथ ही तीन अन्य पार्षदों को भी निलंबित किया गया। वहीं अब राज्य की कांग्रेस सरकार ने एक और नया सियासी दांव खेला है। इसे सुपर मास्टर स्ट्रोक कहें तो कम नहीं होगा।

कांग्रेस राज्य सरकार ने इस पद पर भाजपा की ही शील धाबाई को कार्यवाहक महापौर नियुक्त कर दिया है। और इस बात को लेकर अपना पक्ष मजबूत कर लिया है कि उनकी निलबन की कार्रवाई राजनीति से प्रेरित नहीं थी।

सूत्रों की मानें तो अब राज्य सरकार इस निर्णय को कोर्ट में अपने केस को मजबूत मान रही है। साथ ही अब उन चर्चाओं पर भी अब विराम लग गया है जिसमें यह कहा जा रहा था कि कांग्रेसी पार्षद को कार्यवाहक महापौर बनाया जा सकता है। और इसी कड़ी तहत सौम्या गुर्जर के खिलाफ कार्रवाई की गई। जानकारों के मुताबिक इस निर्णय से अब राज्य सरकार पर यह आरोप नहीं लगेगा कि जानबूझकर सौम्या गुर्जर को महापौर पद से हटाया गया। और तो और अब सरकार यह कहने की मजबूत स्थिति में होगी कि भले ही भाजपा के महापौर को हटाया है, लेकिन सिर्फ शिकायतों के आधार पर ही हटाया है, और निष्पक्ष जांच के लिए यह कदम उठाया गया। इसमें किसी तरह की राजनीति नहीं है। इसलिए भाजपा की ही पार्षद को चार्ज दे दिया गया, क्योंकि बोर्ड में बहुमत भाजपा का ही है।

अब सरकार के वकील कोर्ट में यह कहने की स्थिति में होंगे कि यह कार्रवाई राजनीति से प्रेरित नहीं है। यह कार्रवाई नियमों के मुताबिक है और भाजपा का बोर्ड है तो कार्यवाहक महापौर भाजपा का ही बनाया गया है।

बहरहाल भाजपा के लिए अब पशोपेश की स्थिति बन गई है। इस मामले को लेकर भाजपा सोमवार सुबह से ही आंदोलन कर रही थी। राज्य सरकार के खिलाफ जमकर बयानबाजी और नारेबाजी भी कर रही थी। लेकिन अब वापस भाजपा की ही शील धाबाई को महापौर बना दिया गया है। ऐसे में अब देखना होगा इस मामले में बीजेपी क्या नई रणनीति तय करती है।