आइसलैंड में पुरुषों से ज्यादा, तो भारत में पुरुषों से कम मैराथन धावक महिलाएं, मैराथन पर जारी रिपोर्ट के 10 रोचक फैक्ट


स्टॉकहोम (स्वीडन). रनर्स कभी बूढ़े नहीं होते, ना ही थकते हैं, वो सिर्फ दुनिया जीतते हैं. दुनिया में मैराथन लवर्स की तादात कम नहीं है. सबसे बड़ी बात यह है कि महिला मैराथन रनर्स ने कई देशों में पुरुष रनर्स को पछाड़ दिया है. इंटरनेशनल एसोसिएशन ऑफ एथलेटिक्स फेडरेशन (आईएएएफ) और डेनमार्क की रिसर्च फर्म रन रिपीट की रिसर्च में यह खुलासा हुआ है.

अभी 50% से ज्यादा मैराथन रनर महिलाएं हैं. पिछले 32 साल में महिला रनर 20% बढ़ गई हैं. ऐसा पहली बार हुआ जब 2018 में मैराथन में पुरुषों से ज्यादा महिलाएं दौड़ी. 2018 में महिला मैराथन रनर का आंकड़ा 50.24 प्रतिशत था. इस रिपोर्ट को तैयार करने के लिए रिसर्च संस्थाओं ने 1986 से 2018 के बीच के 70 हजार इवेंट पर एनालिसिस किया, जिसमें 193 देशों के 10.79 करोड़ रेस रिजल्ट का अध्ययन किया गया. रिसर्चर का दावा है कि यह एथलेटिक्स पर इतिहास की सबसे बड़ी स्टडी है.

भारत में मैराथन का क्रेज लगातार बढ़ता जा रहा है, लेकिन यहां पुरुषों की तुलना में महिलाएं रनर अभी काफी कम हैं.

रिपोर्ट में मैराथन रनर्स से जुड़े 10 रोचक फैक्ट

1- 1986 में मैराथन रनर की औसत उम्र 38 थी, यानी वे 38 की उम्र तक दौड़ते थे. यह अब बढ़कर 40 हो गई है. सामान्य रनर की औसत उम्र 1986 में 35.2 थी, जो अब 39.3 हो गई.

2- महिला रनर की औसत उम्र 36 और पुरुष रनर की 40 है. वहीं, 30 से 50 साल की उम्र के खिलाड़ी सबसे अच्छा प्रदर्शन करते हैं. इस उम्र के खिलाड़ियों का औसत प्रदर्शन 4 घंटे 24 मिनट है. 30 से कम उम्र के खिलाड़ी 4 घंटे 32 मिनट का समय लेते हैं.

3- 5 किमी रेस में महिलाओं की भागीदारी 60% है.

4- आइसलैंड दुनिया का सबसे ज्यादा महिला रनर वाला देश है, जहां 59% महिला रनर हैं जबकि स्विट्जरलैंड में सबसे कम 16% महिला रनर हैं.

5- 2016 के पहले रनिंग में लोगों की भागीदारी बढ़ रही थी. लेकिन उसके बाद 2018 तक यह 13% तक कम हो गई. 2016 में 91 लाख लोगों ने रनिंग रेसों में हिस्सा लिया जबकि 2018 में यह घटकर 79 लाख रह गई. हालांकि, मैराथन में रुचि कम नहीं हुई.

6- 2018 में 11 लाख लोग मैराथन में दौड़े, जबकि 5 किमी, 10 किमी और हाफ मैराथन में भागीदारी में कमी रही. 5 किमी में 13% और हाफ मैराथन में 25% कमी हुई.

7- 5 किमी में रनर की उम्र सबसे ज्यादा 25% बढ़ी वहीं हाफ मैराथन में सबसे ज्यादा 30% भागीदारी बढ़ी.

8- स्पेन के पुरुष और स्विट्जरलैंड की महिला सबसे तेज हैं. स्विस महिला रनर 63% देशों के पुरुष रनर से तेज हैं. स्पेन के पुरुष रनर औसत 3 घंटे 49 मिनट 21 सेकंड का समय लेते हैं. पुर्तगाल दूसरे और नॉर्वे तीसरे पर है. स्विट्जरलैंड की महिलाएं औसतन 4 घंटे 4 मिनट 31 सेकंड, आइसलैंड की 4 घंटे 13 मिनट 51 सेकंड और यूक्रेन की 4 घंटे 14 मिनट 10 सेकंड लेती हैं.

9- आइसलैंड, अमेरिका, कनाडा, आयरलैंड, आस्ट्रेलिया ऐसे देश हैं जहां महिला मैराथन रनर पुरुषों की तुलना में ज्यादा हैं.

10- स्विटजरलैंड, जापान, भारत, इटली, कोरिया ऐसे देश हैं जहां पुरुष मैराथन रनर महिलाओं की तुलना में काफी ज्यादा हैं.