लो कोरोना के चक्कर में धड़ाम से नीचे आ गए मुकेश अंबानी!


मुंबई. कोरोना का कहर इस कदर है कि देश के कई दिग्गज उद्योगपति इसके आगे पस्त होते नजर आ रहे. सालों की मेहनत से खड़ा किया गया कोरोबार धड़ाम से नीचे आता नजर आ रहा है.

बात मुकेश अंबानी की करें तो उनकी कुल संपत्ति में 28% की गिरावट आई है. दो महीने के भीतर 31 मार्च तक रोजाना 2,100 करोड़ रुपये (30 करोड़ डॉलर ) का झटका लगा और अंबानी की कुल संपत्ति अब महज 3.36 लाख करोड़ रह गई. इस बीच बड़ी और चौंकाने जो सामने आई है वो यह कि इसी अवधि में जहां भारत के कई दिग्गज कारोबारी बड़े नुकसान में आ गए वहीं चीन के कुछ अरबपतियों की संपत्ति में और इजाफा हुआ, जिससे वो दुनिया के टॉप 100 अमीरों की सूची में शामिल हो गए. इस लिस्ट में 6 और चीनी अरबपति जुड़ गए हैं. जबकि भारत के गौतम अड़ानी, शिव नडार, उदय कोटक जैसे दिग्गज इस लिस्ट से आउट हो गए हैं.

हुरुन ग्लोबल रिच लिस्ट की रिपोर्ट के मुताबिक, रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (RIL) के चेयरमैन और एमडी मुकेश अंबानी की कुल संपत्ति में 1.33 लाख करोड़ रुपये की भारी गिरावट आई है, जिसके कारण वह दुनिया के सबसे अमीरों की सूची में 8वें पायदान से खिसककर 17वें स्थान पर पहुंच गए. इसी सूची में शामिल अन्य भारतीयों में अडाणी समूह के प्रमुख गौतम अडाणी की संपत्ति में 42,000 करोड़ रुपये यानी 37% की गिरावट दर्ज की गई है.

HCL टेक्नोलॉजीस के प्रमुख शिव नडार की संपत्ति 35,000 करोड़ रुपये यानी 26% और कोटक बैंक के उदय कोटक की 28,000 करोड़ रुपये यानी 28% संपत्ति कम हुई है.

टॉप 100 रिचेस्ट पर्सन की लिस्ट से अब अंबानी को छोड़कर बाकी तीनों लोग बाहर हो गए हैं. गौर करने वाली बात है कि कोरोना वायरस महामारी के चलते पिछले दो महीने में भारतीय शेयर बाजार में 25% की गिरावट दर्ज की गई है. दुनियाभर की कंपनियों को कोरोना वायरस महामारी की आर्थिक कीमत चुकानी पड़ी है. इस रिपोर्ट के मुताबिक दुनियाभर में जिन अरबपतियों को संपत्ति का सबसे ज्यादा नुकसान हुआ है, उनमें मुकेश अंबानी दूसरे व्यक्ति हैं. उधर फ्रांस की फैशन कंपनी LVMH के प्रमुख बर्नाड आर्नाल्ट की संपत्ति 28 % घट गई है, जहां उन्हें 30 अरब डॉलर का नुकसान हुआ है. उनकी मौजूदा संपत्ति घटकर 77 अरब डॉलर रह गयी है. पूरी दुनिया में इसका असर अब प्राइवेट सेक्टर के कर्मचारियों पर पड़ेगा. कंपनियों के प्रबंधन ने कर्मचारियों की छंटनी और अपने खर्चे कम करने की रणनीति पर काम तेज कर दिया है.