चीन में कोरोना का कहर, अस्पतालों के सभी बेड भरे, अगले 90 दिन में 60 प्रतिशत आबादी के संक्रमित होने की आशंका


बीजिंग। चीन में जीरो कोविड पॉलिसी खत्म होने के बाद संक्रमण की रफ्तार तेजी से बढ़ रही है। हालात इतने गंभीर हैं कि अस्पतालों के सभी बेड भरे हुए हैं। कहीं दवाएं नहीं हैं, तो कहीं लंबी लाइन लगानी पड़ रही है। बीजिंग में श्मशानों में 24 घंटे अंतिम संस्कार किए जा रहे हैं। जानकारों का कहना है कि चीन में कोरोना केस दिनों नहीं, बल्कि घंटों में दोगुने हो रहे हैं। गौरतलब है कि चीन में पिछले महीने लोग जीरो कोविड पॉलिसी के खिलाफ सड़कों पर उतर आए थे। बीजिंग से शुरू हुए ये प्रदर्शन 13 से ज्यादा शहरों में फैल गए थे। पुलिस इन्हें रोकने के लिए लाठीचार्ज से लेकर लोगों को गिरफ्तार तक कर रही थी। हफ्तों से जारी प्रदर्शन के बाद सरकार ने दो हफ्ते पहले कोविड प्रतिबंधों को कम करने का फैसला लिया था। उधर, अमेरिकी साइंटिस्ट और महामारी विशेषज्ञ एरिक फेगल डिंग ने सोशल मीडिया पर चीन के चौंकाने वाले वीडियोज शेयर किए हैं। इनमें अस्पतालों, श्मशानों और मेडिकल स्टोर्स के चिंताजनक हालात दिखाई पड़ रहे हैं। उन्होंने कोरोना पर बड़ी चेतावनी देते हुए कहा कि 90 दिन में चीन की 60 प्रतिशत आबादी और दुनिया के 10 प्रतिशत लोग कोरोना से संक्रमित होंगे। करीब 10 लाख मौतों की आशंका है। अमेरिकी साइंटिस्ट ने यह भी कहा है कि सरकार की सोच है कि जो मरता है मरने दो। उन्होंने चीन की सरकार पर आरोप लगाया कि उसका लक्ष्य ही यही है कि जिसे संक्रमित होना है, हो जाए, जिसकी मृत्यु हो रही है, उसे मरने ही दिया जाए। जल्दी संक्रमण, जल्दी मौतें, जल्दी पीक... यानी सबकुछ जल्दी ही ठीक होगा। महामारी विशेषज्ञ वू जुनयू की मानें तो अभी चीन में संभावित तीन लहरों में से पहली लहर चल रही है। इसके बाद दूसरी लहर जनवरी माह के बीच आएगी। इस वक्त देश में एक हफ्ते का लूनर ईयर सेलिब्रेशन चलता है, जिससे लाखों लोग देश में आते जाते हैं। ऐसे में मरीजों की संख्या में बढ़ोतरी हो सकती है। तीसरी लहर फरवरी के आखिर से मार्च के बीच आ सकती है। इस समय सभी लोग अपनी छुट्टियां मानकर वापस लौटते हैं। ऐसे में ज्यादा लोग इन्फेक्शन रिपोर्ट कर सकते हैं। चीन में कोरोना से होने वाली मौतों के बारे में हाल ही में एक रिपोर्ट जारी हुई है। अमेरिका के इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ मैट्रिक्स एंड इवेलुएशन ने अनुमान लगाया है कि 2023 तक चीन में कोरोना के कारण 10 लाख से ज्यादा लोगों की मौत होगी। ये अनुमान चीन में कोविड प्रतिबंधों के खात्मे के बाद की स्थिति को ध्यान में रखते हुए लगाए गए हैं। रिपोर्ट की मानें तो चीन में अप्रैल की शुरुआत में कोरोना मामलों का पीक आएगा। उस समय तक मौतों की संख्या 3 लाख 22 हजार तक पहुंचने की आशंका है। अप्रैल तक चीन की एक तिहाई आबादी को कोरोना का संक्रमण हो चुका होगा। हालांकि चीन का कहना है कि उसकी 90 प्रतिशत आबादी फुली वैक्सीनेटेड हैं, लेकिन 80 साल की उम्र से ज्यादा के लगभग 50 प्रतिशत लोगों का ही वैक्सीनेशन पूरा हुआ है। गंभीर इन्फेक्शन का सबसे ज्यादा डर इन्हें ही है। इसकी बड़ी वजह लोगों का वैक्सीन पर भरोसा न होना है। कुछ में इसके साइड इफेक्ट्स नजर आ रहे हैं, जो बाकी लोगों को खुराक लेने के लिए डिमोटिवेट करते हैं। उधर, चीन में तेजी से फैल रहे कोरोना से अमेरिका की चिंता बढ़ गई है। सोमवार को यूएस स्टेट डिपार्टमेंट के स्पोक्सपर्सन नेड प्राइस ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि चीन में कोरोना के बढ़ते केसेस के पीछे कोई नया म्यूटेशन हो सकता है। उन्हें आशंका है कि चीनी सरकार कोरोना मामलों और मौतों की सही संख्या नहीं बता रहा है। यह पूरी दुनिया के लिए चिंता की बात हो सकती है।