अदाणी और गैडोट ने जीता इजराइल के हाइफा पोर्ट के निजीकरण का टेंडर, जानें क्या है इस डील में खास


अदाणी और गैडोट ने जीता इजराइल के हाइफा पोर्ट के निजीकरण का टेंडर

• भारत के एपीएसईजेड और इज़राइल के गैडोट समूह के कंसोर्टियम ने हाइफ़ा पोर्ट कंपनी लिमिटेड के 100% शेयर खरीदने के अधिकार सुरक्षित कर लिए हैं।

• हाइफ़ा पोर्ट की रियायत अवधि 2054 तक बनी हुई है

• उत्तरी इज़राइल में स्थित, हाइफ़ा इज़राइल के दो सबसे बड़े कॉमर्शियल पोर्ट्स में से एक है

• यह इज़राइल के लगभग आधे कंटेनर कार्गो को संभालता है और पैसेंजर ट्रैफिक व क्रूज जहाजों के लिए एक प्रमुख पोर्ट भी है

• अदाणी पोर्ट्स और गैडोट ग्रुप के पास कंसोर्टियम में क्रमशः 70% -30% शेयर हैं

• कंसोर्टियम की पेशकश एनआईएस 4.1 बिलियन थी, जो 1.18 बिलियन डॉलर के बराबर थी अहमदाबाद,

अदाणी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकोनॉमिक ज़ोन लिमिटेड (एपीएसईजेड) और इज़राइल के गैडोट ग्रुप के एक कंसोर्टियम ने लोकल और ग्लोबल प्लेयर्स की कड़ी प्रतिस्पर्धा के बीच, इजराइल के दूसरे सबसे बड़े पोर्ट हाइफ़ा के निजीकरण के लिए टेंडर प्राप्त किया है। विजयी बोली लगाते हुए, अदाणी-गैडोट कंसोर्टियम ने हाइफ़ा पोर्ट कंपनी लिमिटेड के 100% शेयर खरीदने का अधिकार सुरक्षित कर लिया है। इसके लिए पोर्ट ऑफ़ हाइफ़ा की साल 2054 तक रियायत अवधि तय हुई है।

एपीएसईजेड के पूर्णकालिक निदेशक और सीईओ करण अदाणी ने कहा कि, "कहने की जरूरत नहीं है, हम हाइफा पोर्ट के प्राइवटाइज टेंडर को जीतकर खुश हैं और यह एपीएसईजेड को ग्लोबल ट्रांसपोर्ट यूटिलिटी में बदलने के लिए उठाए जा रहे कई कदमों में से एक है, जिसमें लॉजिस्टिक्स और वेयरहाउसिंग शामिल होगा"।

यह जीत कई मायने में रणनीतिक रूप से हमारे लिए महत्वपूर्ण है। यह भारत के सबसे रणनीतिक भागीदारों में से एक, इज़राइल में हमारी एक बड़ी उपस्थिति सुनिश्चित करता है, जिसके साथ कई उद्योगों में रिलेशनशिप नेटवर्क विकसित करने के लिए अदाणी समूह छह वर्षों से काम कर रहा है। बेहद कम समय में, हम भारत और हाइफ़ा में अपने पोर्ट्स के बीच रणनीतिक ट्रेड लेन विकसित करने और दोनों देशों के बीच व्यापार को सुविधाजनक बनाने के लिए, पोर्ट्स कार्गो में विविधता लाने के साथ-साथ ऑपरेशनल कैपेसिटी बढ़ाने के लिए हमारी विशेषज्ञता का लाभ उठाने को तैयार हैं। निवेश के लिए हमारे हिस्से की फंडिंग आंतरिक स्रोतों से की जा रही है और हमें एक विश्वसनीय भागीदार के रूप में गैडोट के साथ काम करने पर गर्व है जिसे हम कई वर्षों से जानते हैं। लंबे समय से यह उनका एक जबरदस्त पोर्ट रहा है और हम उम्मीद करते हैं कि यह इज़राइल यूरोप और मध्य पूर्व दोनों के लिए एक कनेक्शन बन जाएगा, और इसलिए हम नए संभावित व्यापार लेन से लाभान्वित होने के लिए खड़े हैं, जिसे हम बनाने वाले हैं।"

गैडोट के सीईओ ओफर लिनचेवस्की ने कहा, "अदाणी के साथ हमारी साझेदारी दो दुनियाओं में सबसे अच्छी है, क्योंकि हाइफा पोर्ट में कार्गो को संभालने में हमारी विशेषज्ञता है और पोर्ट संचालन के प्रबंधन में अदाणी के पास वर्ल्ड क्लास कैपेसिटी मौजूद है। लीज का समय और विकास, जो हम इज़राइल की अर्थव्यवस्था, साथ ही आसपास के क्षेत्रों के विकास का अनुमान लगाते हैं, इसका मतलब है कि हम इस क्षेत्र में सबसे अच्छे हिस्सों में से एक के निर्माण के लिए निवेश करने को अच्छी तरह से तैयार हैं।" हाइफ़ा पोर्ट कंपनी लिमिटेड (एचपीसी), जिसके लिए एपीएसईजेड और गैडोट ने अपनी सफल बोली लगाई, पोर्ट ऑफ़ हाइफ़ा का संचालन करती है, जो इज़राइल के दो सबसे बड़े कॉमर्शियल पोर्ट्स में से एक है। यह पोर्ट इज़राइल के लगभग आधे कंटेनर कार्गो को संभालता है, साथ ही यात्री यातायात और क्रूज जहाजों के लिए देश का प्रमुख बंदरगाह भी है। एपीएसईजेड और गैडोट ग्रुप के कंसोर्टियम का गठन उनके संबंधित शेयरों के 70% और 30% के साथ किया गया था। कंसोर्टियम की पेशकश एनआईएस 4.1 बिलियन थी, जो 1.18 अरब डॉलर के बराबर थी। पोर्ट ऑफ हाइफा के अधिग्रहण के साथ, अदाणी पोर्ट्स और स्पेशल इकोनॉमिक जोन लिमिटेड यूरोपीय पोर्ट क्षेत्र में अपने फूटप्रिंट्स का विस्तार करेगा, जिसमें आकर्षक भूमध्य क्षेत्र शामिल है।

हाइफ़ा का पोर्ट इज़राइल के नार्थ में स्थित है। यह हाइफ़ा शहर के करीब है, जो इज़राइल का तीसरा सबसे बड़ा शहर है। यह इज़राइल के प्रमुख इंडस्ट्रियल क्षेत्रों में से एक है। हाइफ़ा पोर्ट हाइफ़ा पोर्ट कंपनी लिमिटेड द्वारा संचालित की जाती है, जिसके पास ऑफिस स्पेस, होटल, टूरिज्म और अन्य एंटरटेनमेंट गतिविधि के विकास के लिए अचल संपत्ति भी उपलब्ध है। हाइफ़ा पोर्ट: मुख्य विशेषताएं इज़राइल के नार्थ की ओर, हाइफ़ा शहर से सटे और इज़राइल के प्रमुख कमर्शियल शहर तेल अवीव से लगभग 90 किमी दूर स्थित है। हाइफा पोर्ट के मौजूदा बुनियादी ढांचे में दो कंटेनर टर्मिनल और दो मल्टी-कार्गो टर्मिनल शामिल हैं। कुल विकसित प्लेटफार्म की लंबाई 2,900 मीटर से अधिक है। उपलब्ध अधिकतम ड्राफ्ट 11 मीटर से 16.5 मीटर तक है। हाइफा पोर्ट में एक रोल-ऑन रोल-ऑफ (आरओआरओ), विभिन्न यात्री सुविधाओं के साथ एक क्रूज टर्मिनल और विकास के लिए 2 किमी लम्बा एक वाटरफ्रंट है। 2021 में, एचपीसी ने 1.46 मिलियन टीईयू कंटेनर और 2.56 मिलियन टन सामान्य व बल्क कार्गो को संभाला था। अदाणी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकोनॉमिक जोन लिमिटेड के बारे में: अदाणी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकोनॉमिक ज़ोन लिमिटेड (एपीएसईजेड), वैश्विक स्तर पर फैले अदाणी समूह का एक हिस्सा है, जो एक पोर्ट कंपनी से एक इंटीग्रेटेड ट्रांसपोर्ट यूटिलिटी के रूप में विकसित हुआ है, जो अपने पोर्ट द्वार से ग्राहक द्वार तक एंड-टू-एंड समाधान प्रदान करता है। यह भारत में सबसे बड़ा पोर्ट डेवलपर और ऑपरेटर है, जिसके पश्चिमी तट पर 6 रणनीतिक रूप से स्थित बंदरगाह और टर्मिनल हैं (गुजरात में मुंद्रा, दहेज, टूना और हजीरा, गोवा में मोरमुगाओ और महाराष्ट्र में दिघी) और भारत के पूर्वी तट पर 6 बंदरगाह और टर्मिनल हैं (ओडिशा में धामरा, आंध्र प्रदेश में गंगावरम, विशाखापत्तनम और कृष्णापट्टनम, और तमिलनाडु में कट्टुपल्ली और एन्नोर), जो देश की कुल पोर्ट क्षमता का 24% लीड करते हैं, इस प्रकार तटीय क्षेत्रों और भीतरी इलाकों से भारी मात्रा में कार्गो को संभालने की क्षमता विकसित करने में समर्थन प्रदान कर रहे हैं। कंपनी विझिंजम, केरल और कोलंबो, श्रीलंका में दो ट्रांसशिपमेंट पोर्ट भी विकसित कर रही है। हमारे पोर्ट टू लॉजिस्टिक्स प्लेटफॉर्म में पोर्ट सुविधाएं, और मल्टीमॉडल लॉजिस्टिक्स पार्क, ग्रेड ए वेयरहाउस और औद्योगिक आर्थिक क्षेत्रों सहित एकीकृत लॉजिस्टिक्स क्षमताएं, हमें एक लाभप्रद स्थिति में रखती हैं क्योंकि भारत ग्लोबल सप्लाई चेन में आसन्न ओवरहाल से लाभान्वित होने के लिए खड़ा है। हमारा लक्ष्य अगले दशक में दुनिया का सबसे बड़ा पोर्ट और लॉजिस्टिक्स मंच बनना है। 2025 तक कार्बन न्यूट्रल को चालू करने के दृष्टिकोण के साथ, एपीएसईजेड पहला भारतीय पोर्ट था और साइंस बेस्ड टारगेट इनिशिएटिव (एसबीटीआई) के लिए साइन अप करने वाला दुनिया का तीसरा पोर्ट था, जो प्री इंडस्ट्रियल लेवल से 1.5 डिग्री सेल्सियस पर ग्लोबल वार्मिंग को नियंत्रित करने के लिए उत्सर्जन में कमी के लक्ष्य के प्रति प्रतिबद्ध था।

www.adaniports.com गैडोट ग्रुप के बारे में:

गैडोट ग्रुप का स्वामित्व दो निजी इक्विटी इन्वेस्टमेंट फंड्स- टेनेकैपिटल और वैल्यू एलबीएच इंफ्रास्ट्रक्चर फंड के पास है। टेने कैपिटल, 1959 में स्थापित एक मल्टीबिलियन डॉलर का व्यापार समूह है, जो इज़राइल में दूसरा सबसे बड़ा पूंजी कोष है। वैल्यू एलबीएच इंफ्रास्ट्रक्चर फंड इजरायल में दूसरी सबसे बड़ी पब्लिक ट्रांसपोर्टेशन कंपनी को नियंत्रित करता है और प्रमुख इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोडक्ट्स में निवेश करता है। गैडोट समूह इज़राइल और नार्थ वेस्ट यूरोप (जर्मनी, बेल्जियम और नीदरलैंड) में कैमिकल्स / लुब्रीकेंट वितरण के लिए बंदरगाहों/टर्मिनलों के कारोबार में लगा हुआ है और थोक कार्गो के लिए एक फुल सप्लाई चेन संचालित करता है। गैडोट समूह 14 कैमिकल टैंकरों के अपने बेड़े के साथ समुद्री लॉजिस्टिक्स व्यवसाय में एक प्रमुख प्लेयर है, जो एनर्जी और कैमिकल्स में अधिकांश प्रमुख ग्लोबल प्लेयर्स को सेवा देता है।