​परिवहन विभाग में फैले भ्रष्टाचार के खिलाफ एसीबी का जबरदस्त एक्शन, अवैध वसूली करते इंस्पेक्टर सहित 7 लोग गिरफ्तार


अलवर. राजस्थान एसीबी ने भ्रष्टाचार के खिलाफ एक बड़ी कार्रवाई करते हुए अलवर के शाहजहांपुर में परिवहन विभाग के कर संग्रहण केंद्र के इंस्पेक्टर रविंद्र सिंह भाटी व उसके दलाल रविंद्र सिंह चौहान, लीलाराम, गजेंद्र सिंह सहित 7 लोगों को 12 लाख रुपए की अवैध रकम के साथ गिरफ्तार किया है। यह रकम अवैध रूप से वसूली गई थी।

राजस्थान एसीबी डीजी बीएल सोनी के निर्देशन में इस पूरी कार्रवाई को अंजाम दिया गया। राजस्थान एसीबी डीजी ने बताया कि एएसपी कोटा एसीबी ठाकुर चंद्रशील, अलवर के एएसपी विजय सिंह के निर्देशन में शाहजहांपुर नाके पर ट्रक ड्राइवर से अवैध वसूली की सूचना पर टीम ने कई बार सत्यापन करवाया। टीम के द्वारा लगातार निगरानी की जा रही थी। जिसके बाद आज तड़के 4 बजे के करीब एसीबी की टीमों ने शाहजहांपुर नाके पर ट्रेप की कार्रवाई की। कार्रवाई के दौरान ट्रक चालकों से अवैध वसूली करते हुए चेकपोस्ट पर प्राइवेट व्यक्ति गजेंद्र सिंह को रंगे हाथों पकड़ा गया। जिसके बाद अवैध वसूल की गई रकम को रखने के संभावित ठिकानों की तलाशी ली गई।

 

तलाशी में इंस्पेक्टर रविंद्र सिंह भाटी व अन्य कार्मिकों, संविदाकर्मी और प्राइवेट कर्मियों के कब्जे से अवैध वसूली गई कुल रकम करीब 84 हजार बरामद की गई। जबकि चेक पोस्ट के पास बनी केबिन में मौजूद दलाल रविंद्र सिंह चौहान के कब्जे से अवैध रूप से वसूली गई 2 लाख 6 हजार बरामद किए गए। साथ ही परिवहन विभाग के अवैध वसूली से संबंधित दस्तावेज जप्त किए।

 

एसीबी एएसपी ठाकुर चंद्रशील के मुताबिक दलाल रविंद्र सिंह चौहान के चौबारा गांव स्थित घर के बेडरूम की तलाशी में अलमारी से करीब 8 लाख 85 हजार व अवैध वसूली से संबंधित दस्तावेज बरामद हुए। जिसके बाद एसीबी की टीम ने परिवहन निरीक्षक रविंद्र सिंह भाटी, दलाल रविंद्र सिंह चौहान, लीलाराम, गजेंद्र सिंह, विक्रम सिंह, गार्ड लोकेश, कैलाश कुल 7 लोगों को गिरफ्तार किया है। उधर इस कार्रवाई के बाद पूरे परिवहन विभाग में हड़कंप मचा हुआ है।

Rajasthan ACB, IPS BL soni, DG acb BL soni

माना जा रहा है यह वसूली की रकम इंस्पेक्टर के मार्फत ऊपर तक पहुंचाई जाती थी। अब ऊपर तक में कौन कौन से अधिकारी या लोग शामिल हैं इसका पता लगाया जा रहा है। एसीबी एडीजी दिनेश एमएन के निर्देशन में केस दर्ज कर मामले में आगे की कार्रवारी की जा रही है।