JDA के इस अधिकारी ने अपनी वैध आय से करीब 1450% अधिक निवेश किया, अब चढा ACB के हत्थे. यूरो, डॉलर के साथ मिली महंगी​ विदेशी शराब


जयपुर. कोई व्यक्ति अपनी आय से एक या दो प्रतिशत अधिक का निवेश करे तो एक बारगी समझ में आता है लेकिन कोई अधिकारी कमाए 1 रूपया और निवेश कर दे 1450 रूपए तो यह बात कुछ हजम नहीं होती, यहां दाल में काला नहीं पूरी दाल ही फिर काली नजर आती है. और ऐसे ही भ्रष्टाचार के एक बड़े मामले का राजस्थान एसीबी ने खुलासा किया है. एसीबी DG बीएल सोनी के नेतृत्व में राजस्थान में भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो मुख्यालय की इन्टेलिजेंस शाखा की गोपनीय सूचना के आधार पर ब्यूरो द्वारा तीन अधिकारियों के विरूद्व आय से  अधिक परिसम्पत्तियां अर्जित करने के तीन अलग-अलग प्रकरण दर्ज कर एक दर्जन से भी अधिक स्थानों पर तलाशी की कार्यवाही शुरू की.  

एक एफआईआर में जेडीए यानी जयपुर विकास प्राधिकरण के मानसरोवर जोन के अधिशाषी अभियंता निर्मल कुमार गोयल के विरूद्व प्रकरण दर्ज किया जाकर इनके जयपुर स्थित विभिन्न स्थानों पर सर्च किया गया तो खुद एसीबी दंग रह गई. प्रथम दृष्टया गोयल के द्वारा अपने सेवाकाल में खर्च व परिसम्पतियों पर लगभग 6 करोड का निवेश करना पाया गया है जो कि उनकी वैध आय का लगभग 1450 प्रतिशत अधिक होने का अनुमान है.

ब्यूरो की चार टीमों द्वारा निर्मल कुमार गोयल के चार स्थानों की तलाशी ली जा रही है जिसमें प्रथम मध्यम मार्ग मानसरोवर, जयपुर स्थित निवास स्थान पर टीम को विदेशी व महंगी शराब की 23 बोतलें, 2000 डाॅलर व 245 यूरो की विदेशी मुद्रा, नकद 2,27,790 रूपये, दो कार स्विफ्ट व हुण्डई सेन्ट्रो, एफआईआर के अतिरिक्त 1100 गज के कुल 2 प्लाॅटस सुमेरनगर जयपुर में मिले. इन पर निर्माण कार्य भी जारी है. डीग में एक हवेली के कागजात, दो लाॅकर की चाबी, 318 ग्राम सोना व 3.5 किलोग्राम चांदी तथा अन्य प्राॅपर्टी के कागजात मिले हैं.

दूसरी ब्यूरो टीम को द्वितीय रजत पथ, मानसरोवर जयपुर निवास स्थान की तलाशी में एक स्विफ्ट गाडी, नकद 1.60 लाख रूपये, 323.8 ग्राम सोना व 4.400 किलोग्राम चांदी, एक लाॅकर की चाबी मिली.

ब्यूरो की तीसरी टीम को मानसरोवर जयपुर स्थित फार्म हाउस से एक मर्सिडीज कार, एक बोलेरो कैम्पर, भव्य फार्म हाउस सुख सुविधाओं युक्त मय लक्जरी आवास, विदेशी शराब की खाली बोतलें व महगें पेड पौधे आदि मिले.

ब्यूरो की चौथी टीम को जेडीए जयपुर ऑफिस से हिसाब किताब की डायरियां मिली हैं। 

 

दो अन्य मामलों में भी कार्रवाई


इसी प्रकार एक एफआईआर प्रदीप कुमार शर्मा, पुलिस निरीक्षक थानाधिकारी सूरसागर जिला जोधपुर आयुक्तालय के विरूद्व दर्ज की जाकर इनके जोधपुर, भोपालगढ व बीकानेर स्थित 4 स्थानों पर सर्च की कार्यवाही की गई. प्रदीप कुमार शर्मा द्वारा अपने सेवाकाल में खर्च व परिसम्पत्तियों पर लगभग 4.43 करोड का निवेश करना पाया गया है जो उनकी वैध आय का 333 प्रतिशत अधिक है. 
ब्यूरो की तीन टीमों द्वारा प्रदीप कुमार शर्मा के चार स्थानों की तलाशी में जमीन खरीदने  के इकरार नामा की प्रति प्राप्त हुई है। प्राईवेट स्कूल भोपालगढ जोधपुर से 10 बीघा परिसर में स्कूल में 3 बस, लगभग 22000 वर्गफुट का निमार्ण व फर्नीचर, ब्यूरो की बीकानेर में निवास स्थान मिला है.

एक अन्य एफआईआर में मनीष कुमार शर्मा, जिला परिवहन अधिकारी चितौडगढ के विरूद्व प्रकरण दर्ज किया जाकर इनके 6 ठिकानों पर विभिन्न टीमों द्वारा जयपुर, चितौडगढ, उदयपुर व जोधपुर इत्यादी स्थानों पर सर्च किया गया. मनीष कुमार शर्मा द्वारा अपने सेवाकाल में खर्च व परिसम्पत्तियों पर 1.84 करोड रूपये का निवेश करना पाया गया है जो उनकी वैध आय से 232 प्रतिशत अधिक होने का अनुमान है। ब्यूरो की पांच टीमों द्वारा मनीष कुमार शर्मा के छः स्थानों की तलाशी ली गई जिसमें प्रथम टीम को चितौडगढ स्थित फ्लेट की तलाशी में नकद 99500/रूपये, एक 
इनफील्ड बाईक, हुण्डई क्रेटा कार, विदेश यात्राओं से संबंधित दस्तावेज, लैपटाॅप, कैमरा, एप्पल फोन इत्यादि मिले हैं। ब्यूरो की दूसरी टीम द्वारा जोधपुर स्थित आवास, तीसरी टीम द्वारा बाडमेर स्थित ट्रेवल्स एजेन्सी की तलाशी जारी है, अधिकारी का एक फ्लेट उदयपुर में है जिसको ब्यूरो की एक टीम द्वारा सील किया गया है। इसी प्रकार जयपुर स्थित एक फ्लेट को भी सील किया गया है। तलाशी की सम्पूर्ण कार्यवाही का समन्वय इन्टेलिजेंश शाखा भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो द्वारा किया जाकर सम्पूर्ण कार्यवाही का निकटतम पर्यवेक्षण सवाई सिंह गोदारा, उप महानिरीक्षक भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो द्वारा किया जा रहा है। तलाशी की कार्यवाही जारी है।