राष्ट्रपति ने पांच राज्यों के राज्यपाल बदले, कलराज मिश्र राजस्थान, आरिफ मोहम्मद खान को केरल का जिम्मा


नई दिल्ली. देश के पांच राज्यों में नए राज्यपालों का जिम्मेदारी सौंप दी गई है. कलराज मिश्र का तबादला हिमाचल से राजस्थान कर दिया गया है. वहीं पूर्व पूर्व पीएम राजीव गांधी की सरकार में मंत्री रहे दिग्गज नेता आरिफ मोहम्मद खान को केरल का राज्यपाल नियुक्त किया है. वरिष्ठ बीजेपी नेता और उत्तराखंड के पूर्व सीएम भगत सिंह कोश्यारी को महाराष्ट्र का राज्यपाल नियुक्त किया गया है. बीजेपी नेता बंडारू दत्तात्रेय को हिमाचल प्रदेश का राज्यपाल बनाया गया है. तमिलनाडु की बीजेपी नेता डॉ तमिलिसाई सुंदरराजन को तेलंगाना का राज्यपाल बनाया गया है. राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने इस संबंध में आदेश जारी किए. गौर करने वाली बात यह है कि आरिफ मोहम्मद खान ने ट्रिपल तलाक को गैरकानूनी घोषित करने के नरेंद्र मोदी सरकार के फैसले का समर्थन किया था. यही नहीं आरिफ मोहम्मद खान जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद-370 खत्म करने के केंद्र सरकार के फैसले के भी समर्थन में थे. आरिफ मोहम्मद खान 80 के दशक में कांग्रेस के बड़े नेता हुआ करते थे. 1984 में राजीव सरकार में आरिफ मोहम्मद खान केंद्रीय मंत्री थे. 1984 में शाहबानो केस में जब राजीव गांधी की सरकार ने सुप्रीम कोर्ट के फैसले को संसद द्वारा कानून बनाकर पलट दिया था तो उन्होंने सरकार के इस फैसले के विरोध में केंद्रीय मंत्री के पद से इस्तीफा दे दिया था. इसके बाद वे लंबे समय तक सक्रिय राजनीति से दूर थे. इन सबके बाद अचानक आरिफ मोहम्मद खान कुछ दिनों पहले से एक बार फिर चर्चा में तब आए थे, जब 25 जून को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रपति के अभिभाषण पर चर्चा का जवाब देते हुए आरिफ मोहम्मद खान का जिक्र किया था और मुस्लिम समाज की सामाजिक स्थिति को लेकर कांग्रेस पर कटाक्ष किया था. उधर कलराज मिश्र ने इस साल जब लोकसभा का चुनाव नहीं लड़ा था तभी से अंदाजा लगाया जा रहा था कि पार्टी उन्हें कुछ मजबूत और अलग जिम्मेदारी दे सकती है. नई जिम्मेदारी के तौर पर पहले हिमाचल प्रदेश और अब राजस्थान का गर्वनर बनाया गया है. 1977 में वह जनता पार्टी के चुनाव संयोजक बने. 1978 में वह राज्यसभा के सदस्य बन गए. 1980 में बीजेपी की स्थापना के बाद वे भारतीय जनता युवा मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाए गए. कलराज मिश्र राम मंदिर आंदोलन से भी जुड़े रहे. वे 1991, 1993, 1995 और 2000 में बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष रहे हैं. 2003 में मिश्र उत्तर प्रदेश और 2004 में राजस्थान और दिल्ली के प्रभारी बने. 2010 में बीजेपी राष्ट्रीय उपाध्यक्ष घोषित किया गया. 2012 के विधानसभा चुनाव में विधायक चुने गए. 2014 में देवरिया लोकसभा सीट से सांसद बने. 2019 में हिमाचल प्रदेश का गर्वनर नियुक्त किया गया.