20 हजार लोगों के साथ एक हजार करोड़ की ठगी करने वाले नेक्सा एवरग्रीन कंपनी के 4 आरोपी गिरफ्तार


सीकर। राजस्थान पुलिस ने 1000 करोड़ रुपए की ठगी के मामले में एक बड़ी कार्रवाई करते हुए कई दिनों से फरार चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।

नेक्सा एवरग्रीन कंपनी के नाम पर इन आरोपियों ने ठगी की थी और कंपनी के बड़ी तादाद में खातों को सील कर दिया गया है। चार आरोपियों को पुलिस ने अहमदाबाद से गिरफ्तार किया है। पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से लगभग दस लाख रुपए व एक कार बरामद की है। नेक्सा एवरग्रीन कंपनी के खिलाफ सीकर जिले में अब तक 29 मामले अल़ग-अलग थानों में दर्ज हो चुके हैं। वहीं प्रदेशभर में कंपनी के खिलाफ 100 से अधिक मामले दर्ज हुए है।

 

मामले में कार्रवाई करने के बाद पुलिस अधीक्षक करण शर्मा ने बताया कि ठगी के आरोपियों को गिरफ्तार करने के लिए एसआइटी टीम का गठन किया गया था। पुलिस को पिछले दिनों आरोपियों के लगातार दिल्ली, आंध्र प्रदेश, कर्नाटक्, तमिलनाडृ, बैंगलोर, अहमदाबाद, बडोदरा आदि इलाके में जाने की सूचना मिली। इस पर टीम को वहां रवाना किया । इन टीमों को 25 फरवरी को सूचना मिली कि आरोपी बेंगलुरु छोड़कर वड़ोदरा की तरफ जा रहे हैं। जिसके बाद डीएसटी टीम की मदद से लगभग 300 किलोमीटर पीछा कर आरोपी रणवीर बिजारणियां, सुभाषचंद बिजाराणियां, ओपेन्द्र बिजाराणियां और अमरचंद ढाका को गिरफ्तार कर लिया गया।

आरोपियों के कब्जे से दस लाख की नगदी, चैक बुक, विभिन्न बैंकों के एटीएम कार्ड, डायरी व एक कार बरामद की गई। शनिवार को आरोपियों को पुलिस उद्योग नगर थाने लेकर आई, यहां पूछताछ जारी है। पुलिस आरोपियों से लगातार पूछताछ में जुटी है। पुलिस की अब तक की पूछताछ में सामने आया कि कंपनी में निवेश करने वाले लोगों को वह लगभग चार साल तक हर मंगलवा को मुनाफे की राशि देते रहे। कोरोना के बाद अचानक काफी लोग जुड़ गए। ऐसे में हर सप्ताह लोगों को मुनाफे की राशि देना चुनौनी बन गया। इसलिए आरोपियों ने चुपचाप कंपनी बंद कर दी। आरोपियों ने करीब 400 करोड़ रुपए जमीनों में निवेश किए जाने की बात कही है। लेकिन टीम जमीनों के कागजात देखने के बाद मौके पर भी जाएगी। उन्होंने बताया कि आरोपियों के 30 से अधिक खातों को सीज कर दिया गया है। उन्होंने बताया किआरोपियों के खिलाफ अब तक प्रदेशभर में 100 से अधिक मामले दर्ज हो चुके है। सीकर के अलावा जयपुर, श्रीगंगानगर, जोधपुर व झुंझुनूं सहित कई जिलों में आरोपियों के खिलाफ मामले दर्ज हैं। आरोपियों से गहन पूछताछ की जा रही है और भी कई बड़े खुलासे होने की उम्मीद है।