370 हटते ही कश्मीर में इकोनॉमी को नई रफ्तार, इनवेस्टर्स ने कसी कमर


नई दिल्ली : जम्मू-कश्मीर से 370 और 35-ए हटाने जाने का बड़ा असर हुआ है. राज्य की इकोनॉमी को नई रफ्तार मिलने लगी है. कई बडे औद्योगिक घराने कश्मीर में व्यापार संभावनाएं तलाश्ने में जुट गए हैं. प्रधानमंत्री मोदी और गृह मंत्री अमित शाह ने भी दावा किया है कि जम्मू-कश्मीर के विकास की राह में 370 सबसे बड़ा रोड़ा था, लेकिन चूंकि अब मोदी सरकार ने ऐतिहासिक फैसला लेते हुए इसको हटा दिया है, तो देश के तमाम बड़े बिजनेसमैन और इंडस्ट्री जम्मू-कश्मीर में व्यापार और बिजनेस की नई संभावनाएं तलाश रहे हैं.
इतना ही नहीं रोजगार की संभावनाएं भी परवान पर है जिससे गलत राह पर गए बेरोजगार युवक फिर से मुख्य धारा में लौटेंगे.
एसोचैम के अध्यक्ष बालकृष्ण गोयनका की माने तो अब जम्मू-कश्मीर में कारोबारी रुख करेंगे. इससे रोजगार के अवसर खुलेंगे. देश की इंडस्ट्री के दिग्गजों की जम्मू-कश्मीर को लेकर तैयारियां तेज हो गई हैं. हर कोई कश्मीर में निवेश और वहां के विकास के लिए बेताब है. कई इंडस्ट्री दिग्गज, कई बिजनेसमैन वहां मैन्यूफैक्चरिंग यूनिट लगाना चाहते हैं. तो कई होटल, रेस्त्रां, रियल स्टेट प्रोजेक्ट्स के साथ मॉल प्रोजेक्ट्स भी लाने की तैयारियों में जुटे हैं. कई बडे सिनेमाघर भी खोलने के इच्छुक हैं.
कई इंडस्ट्री जम्मू-कश्मीर का रुख करना चाह रही हैं. ऑटो सेक्टर से लेकर रिटेल तक सभी जम्मू-कश्मीर में दिख रही नई आर्थिक संभावनाओं को हासिल करना चाहते हैं. केंद्र सरकार भी चाहती है कि जम्मू-कश्मीर के विकास की तकदीर बदलने फर्श से अर्श पर ले जाने के लिए हर संभव प्रयास किए जाएं.