पिछले 9 सालों में देश से चोरी की गई 231 प्राचीन वस्तुएं भारत वापस लाई गईं


नई दिल्ली। केंद्रीय विज्ञान और प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार); प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ), कार्मिक, लोक शिकायत, पेंशन, परमाणु ऊर्जा और अंतरिक्ष राज्य मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने आज कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के सत्ता संभालने के बाद पिछले 9 वर्षों में देश से 231 चोरी की गई प्राचीन वस्तुओं को भारत वापस लाया गया है। उन्होंने कहा कि वर्ष 2014 तक, आजादी के लगभग 70 वर्षों के दौरान भारतीय मूल की केवल 13 अमूल्य धरोहरें ही पिछली सरकारों द्वारा विदेश से वापस लाई गई थीं । डॉ. जितेंद्र सिंह ने कहा कि 2014 के बाद कुल 231 वस्तुएं वापस लाई गई और जिनकी संख्या अब बढ़कर 244 प्राचीन वस्तुएं हो गई हैं। उन्होंने कहा कि इस तरह के और पुरावशेषों को लाने की प्रक्रिया तेजी से जारी है। मंत्री महोदय ने कहा कि विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्रालय में जैव प्रौद्योगिकी विभाग (डीबीटी) के माध्यम से हम पहले ही हिमाचल प्रदेश के आकांक्षी जिले चंबा में संग्रहालय स्थापित कर चुके हैं और इसका उद्घाटन कुछ महीने पहले किया गया था। उन्होंने बताया कि केरल में वायनाड, उत्तर प्रदेश में सिद्धार्थनगर, हरियाणा में नूंह, राजस्थान में धौलपुर, कर्नाटक में रायचूर और पश्चिम बंगाल में कल्याणी में तरह के संग्रहालय पहले से ही कार्यात्मक हो गए हैं या शीघ्र ही शुरू होने जा रहे हैं । डॉ. जितेंद्र सिंह ने कहा कि ये संग्रहालय अन्य बातों के अलावा पारंपरिक ज्ञान के साथ-साथ पिछले कुछ वर्षों की सफलता की कहानियों को प्रदर्शित करते हैं जैसे भारत से पहली बार कोविड वैक्सीन की सफलता की कहानी, टीकों के माध्यम से रोगों की रोकथाम से संबंधित प्रतिरक्षा प्रणाली का प्रदर्शन और यहां तक ​​कि इनमे विज्ञान प्रश्नोत्तरियां भी शामिल हैं । केंद्रीय मंत्री ने टेक्नो मेला, संरक्षण प्रयोगशाला और इस अवसर पर प्रदर्शित प्रदर्शनियों का भी अवलोकन किया। इस भ्रमण के दौरान उन्होंने कहा कि "प्रधानमंत्री मोदी ने हमारी विरासत के संरक्षण और एक नई विरासत के निर्माण को उच्च प्राथमिकता दी है।"