भारतीय मानक ब्यूरो की बड़ी पहल, एक साल में स्कूलों और कॉलेजों में 10 हजार मानक क्लब होंगे स्थापित


नई​ दिल्ली। राष्ट्रीय मानक निकाय - भारतीय मानक ब्यूरो (बीआईएस) बीआईएस ने 2021-22 के अपने पहले वर्ष में पूरे भारत में 1037 मानक क्लबों की स्थापना की और इस नए प्रयास की क्षमता और सफलता को महसूस करने के बाद 2022-23 के अंत तक महत्वाकांक्षी रूप से 10,000 क्लब बनाने का लक्ष्य रखा गया है। भारत सरकार द्वारा मानकीकरण और प्रमाणन की इसकी मुख्य गतिविधियों के माध्यम से देश में एक मजबूत गुणवत्ता वाला परितंत्र बनाने का काम सौंपा गया है। इस शासनादेश के लिए, बीआईएस ने स्कूलों और कॉलेजों में मानक क्लब बनाने की अवधारणा के साथ इसकी शुरुआत, जिसमें कम उम्र में ही छात्रों को मानकीकरण और गुणवत्ता की अवधारणाएं बताई जाती है। 

बीआईएस का उद्देश्य इन मानक क्लबों के माध्यम से कक्षा 9वीं और उससे ऊपर की कक्षाओं के विज्ञान के छात्रों को छात्र केंद्रित गतिविधियों की मदद से गुणवत्ता और मानकीकरण की अवधारणा से अवगत कराना है। बच्चों को जिन मूल्यों से अवगत कराया जाता है, वे उनके प्रारंभिक वर्षों में उनके युवा दिमाग में गहराई से बैठ जाते हैं और एक बल गुणक के रूप में कार्य करते हैं जो राष्ट्र के भविष्य को बदलने की क्षमता रखते हैं।

प्रत्येक मानक क्लब में एक विज्ञान शिक्षक इसके सलाहकार के रूप में और इसके सदस्यों के रूप में कम से कम 15 छात्र शामिल होते हैं। बीआईएस मानक क्लब के सलाहकारों के लिए दो दिवसीय आवासीय प्रशिक्षण का आयोजन करता है जिसमें उन्हें मानक और गुणवत्ता की अवधारणाओं, सलाहकार के रूप में उनकी भूमिका तथा अपेक्षा और विभिन्न छात्र केंद्रित गतिविधियों से परिचित कराया जाता है। अब तक लगभग 1000 सलाहकारों को प्रशिक्षित किया जा चुका है। ऐसे स्कूलों ने मानक क्लबो के तत्वावधान में प्रश्नोत्तरी, मानक लेखन प्रतियोगिता, निबंध लेखन आदि जैसी गतिविधियों का संचालन भी शुरू किया है। मानक क्लबों के छात्र सदस्यों ने छोटे वीडियो, स्क्रिप्ट, इंस्टाग्राम पेज भी बनाए हैं जो मानकों और इसकी व्यावहारिकता को बढ़ावा दे सकते हैं।

2022-23 में 10,000 मानक क्लब खोलने के वर्तमान लक्ष्य को प्राप्त करने में बीआईएस अखिल भारतीय आधार पर स्कूलों और कॉलेजों के साथ आक्रामक रूप से संपर्क साध रहे हैं, पहले ही 1755 से अधिक मानक क्लब बना चुका है और कई अनुमोदन के अपने अग्रिम चरण में हैं। आज की तारीख में 43,000 से अधिक छात्र इन मानक क्लबों के सदस्य हैं।