Politics

उत्तराखंड के चुनावों में राजस्थान के 11 नेता संभालेंगे कमान, एआईसीसी ने सौंपी जिम्मेदारी

उत्तराखंड के आगामी विधानससभा चुनावों में राजस्थान के 9 कांग्रेस नेताओं को कमान सौंपी गई है. अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी ने राजस्थान के 8 कांग्रेस विधायकों सहित 9 नेताओं को विधानसभा चुनावों के लिए जिला पर्यवेक्षक बनाया है. 26 में से 9 जिलों के जिला पर्यवेक्षक की जिम्मेदारी राजस्थान कांग्रेस से जुड़े नेताओं के हाथ में होगी. दो मंत्रियों को लोकसभा पर्यवेक्षक बनाया है. इस तरह कुल 11 नेताओं को उत्तराखंड में जिम्मेदारी दी है. जिला पर्यवेक्षक बनाए गए 9 नेताओं को उत्तराखंड की 70 में से 32 सीटों की जिम्मेदारी दी है. इस हिसाब से करीब आधी सीटों की जिम्मेदारी राजस्थान के विधायकों और नेताओं के जिम्मे रहेंगी. कांग्रेस विधायक प्रशांत बैरवा, दानिश अबरार, इंद्राज गुर्जर, कृष्णा पूनिया, वेदप्रकाश सोलंकी, इंदिरा मीणा, चेतन डूडी, रफीक खान और पूर्व मेयर ज्योति खंडेलवाल को विधानसभा चुनावों में जिला पर्यवेक्...

विधायक विजयपाल मिर्धा जैसे दोस्त साथ रहे, वरना ये लोग मेरी सरकार गिरा देते: CM अशोक गहलोत

नागौर. राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का दर्द एक बार फिर छलक गया. नागौर के डेगाना विधानसभा क्षेत्र के निम्बोला बिश्वां में शुक्रवार को आयोजित प्रशासन गांवों के संग अभियान शिविर में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने शिविर को संबोधित करते हुए कहा कि विजयपाल मिर्धा जैसे दोस्त उस वक्त साथ रहे, वरना ये लोग (भाजपा) मेरी सरकार गिरा देते. इन लोगों ने सरकार को गिराने के लिए छापे डलवाए, मेरे परिवार पर छापे डाले. सीएम गहलोत ने युवा विधायक विजयपाल की आगे तारीफ करते हुए कहा कि विजयपाल मिर्धा जैसे दोस्त 34 दिन तक मेरे साथ रहे, तब जाकर सरकार बची. इस दौरान मौके पर विजयपाल मिर्धा समर्थकों में भारी उत्साह भी देखने को मिला.  करीब 23 मिनट के भाषण में सीएम गहलोत ने सरकार की उपलब्धियों का जिक्र करते हुए कहा कि हमने गांव के व्यक्ति का काम गांव में करने के लिए प्रशासन गांवों के संग अभियान चलाया है ...

बाबुल सुप्रियो हुए बीजेपी मुक्त, सांसद पद से भी इस्तीफा दिया

नई दिल्ली। कुछ दिनों पहले ही बीजेपी छोड़ टीएमसी में शामिल हुए बाबुल सुप्रियो ने मंगलवार को सांसद पद से भी इस्तीफा दे दिया। बाबुल सुप्रियो ने दिल्ली में लोकसभा अध्यक्ष से मुलाकात कर अपना इस्तीफा ओम बिड़ला को सौंप दिया।   इस मौके पर उन्होंने कहा कि मेरा दिल भारी है, क्योंकि मैंने अपना राजनीतिक जीवन भाजपा से शुरू किया था। मैं पीएम, पार्टी प्रमुख और अमित शाह को धन्यवाद देता हूं। उन्होंने मुझमें आत्मविश्वास दिखाया। मैंने पूरे मन से राजनीति छोड़ दी थी। मैंने सोचा था कि अगर मैं पार्टी का हिस्सा नहीं हूं, तो मुझे अपने लिए सीट नहीं रखनी चाहिए। बता दें कि बाबुल टीएमसी में शामिल पहले ही हो गए थे लेकिन आज औपचारिक रूप से भाजपा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया। अब वो बीजेपी मुक्त हो गए हैं।...

पूर्व मंत्री महिपाल मदेरणा का निधन, लंबे समय से कैंसर से जूझ रहे थे

जोधपुर। राजस्थान के पूर्व विधायक और पूर्व मंत्री महिपाल मदेरणा (Mahipal Maderna ) का कैंसर से निधन हो गया है।  उन्होंने आज सुबह अंतिम सांस ली। महिपाल मदेरणा के निधन पर राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट, राजस्थान प्रदेश भाजपा के अध्यक्ष सतीश पूनिया सहित कई दिग्गज नेताओं ने शोक व्यक्त किया है। बता दें कि महिपाल मदेरणा हाल ही में चर्चित भंवरी हत्याकांड मामले में बरी हुए थे और उसके बाद परिवार के साथ ही थे। उनका लंबे समय से स्वास्थ्य खराब था। उनका आज सवेरे अस्पताल में इलाज के दौरान निधन हो गया। इस बात की पुष्टि उनकी बेटी विधायक दिव्या मदरेणा ने की है। महिपाल मदेरणा कांग्रेस के दिग्गज नेता स्वर्गीय परसराम मदेरणा के बेटे, वर्तमान में विधायक दिव्या मदेरणा के पिता और जोधपुर जिला प्रमुख लीला मदेरणा के पति हैं। दिव्या मदेरणा ने बताया कि उनके पिता ने आ...

पांच राज्यों के चुनावों से पहले घोषित भाजपा की नई राष्ट्रीय कार्यकारिणी से मेनका और वरुण गांधी बाहर

नई दिल्ली. भाजपा आलाकमान ने 2022 में पांच राज्यों में होने वाले चुनावों को ध्यान में रखते हुए अपनी नई राष्ट्रीय कार्यकारिणी घोषित की लेकिन ना तो मेनका गांधी को इसमें जगह दी गई और ना ही वरुण गांधी को. कार्यकारिणी में 80 लोगों को शामिल किया गया है. राष्ट्रीय  कार्यकारिणी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी, एमएम जोशी, केन्द्रीय मंत्री अमित शाह, राजनाथ सिंह जैसे दिग्गजों के नाम शामिल हैं. बताया जा रहा है कि लखीमपुर खीरी में हुई हिंसा विवाद के बाद वरुण गांधी लगातार यूपी सरकार और मोदी सरकार पर आक्रामक नजर आ रहे हैं. पीलीभीत से भाजपा सांसद वरुण गांधी लखीमपुर खीरी कांड पर हर दिन ट्वीट कर योगी सरकार पर दबाव बना रहे हैं. अपनी ही सरकार को आड़े हाथों ले रहे हैं. जिसके चलते उन्हें कार्यकारिणी से आउट रखा गया.  कार्यसमिति में 50 विशेष आमंत्रित सदस्य और...

पंजाब में दवाइयां, स्वास्थ्य जांच, इलाज, ऑपरेशन, बिजली सब करेंगे फ्री, अरविंद केजरीवाल ने किया ऐलान

पंजाब. दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ऐलान किया है कि यदि आप पार्टी यहां सत्ता में आती है तो पंजाब में दवाइया, स्वास्थ्य जांच, इलाज, आॅपरेशन, बिजली सब कुछ फ्री कर दिया जाएगा. पंजाब के लुधियाना में प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान उन्होंने बड़े 6 चुनावी वादे करते हुए कहा कि हम सत्ता में आए तो सरकारी अस्पतालों में इलाज और ऑपरेशन मुफ्त होगा. ​​ पंजाब में नवजोत सिंह सिद्धू के इस्तीफे के बाद गहलोत खेमे में खुशी, राजस्थान में अब जल्दबाजी करके रिस्क नहीं लेना चाहेगा कांग्रेस आलाकमान ​​​दवाइयां और टेस्ट भी मुफ्त होंगे. राज्य के सभी सरकारी अस्पतालों में एयर कंडीशन की व्यवस्था की जाएगी. बड़े स्तर पर नए सरकारी अस्पताल भी खोले जाएंगे, जो आमजन के हित में बडा कदम होगा. शाह से 'मिले' कैप्टन, अब किसान आंदोलन का भविष्य क्या होगा? केजरीवाल ने यह भी ऐलान किया कि पंजाब के हर व्यक्ति को ...

शाह से 'मिले' कैप्टन, अब किसान आंदोलन का भविष्य क्या होगा?

नई दिल्ली (सुभद्र पापड़ीवाल)। कैप्टन अमरिंदर सिंह चले गए। कहां गए यह महत्वपूर्ण नहीं है। कांग्रेस से मोहभंग हो चुका, शायद यह ज्यादा महत्वपूर्ण है। सिद्धू आशंकाओं पर एकदम खरे उतरे। मानव बम वाली कहावत चरितार्थ कर ही दी। राजनीति के जानकार। मानते हैं कि राहुल-सिद्धू-कान्हू-जिग्नू नाम की मिसाइलें आत्मघाती होनी ही हैं। कपिल सिब्बल ने टेबल सजा ली है। गुलाम नबी बहुत पहले ही टेबल की दूसरी तरफ बैठे हैं। केंद्र से शाबाशी और सम्मान की पात्रता विकसित कर ली है। बादल तो अरसे से किसान आंदोलन पर "हटो -बचो" की भूमिका में चल रहे हैं। सारा दारोमदार अब आखिरी दिग्गज पर आन पड़ा है। एक मात्र विरासत बची है कांग्रेस में, वो है राजस्थान में। वहां आत्मघाती मिसाइलें कब गिर पडे, कोई नहीं बता सकता। पंजाब सीमा हमेशा से अति संवेदनशील रही है। पाकिस्तान की कोई भी खुराफात होने पर ये मिसाइलें भारत पर ही ग...

कन्हैया कुमार ने थामा कांग्रेस का हाथ, बोले- 'कांग्रेस नहीं बची, तो देश नहीं बचेगा'

नई दिल्ली। 'कांग्रेस नहीं बची, तो देश नहीं बचेगा' यह कहते हुए कन्हैया कुमार ने कांग्रेस का हाथ थाम लिया. लगातार मिल रहे झटकों के बीच कांग्रेस को आज दो युवा नेता मिल गए. कन्हैया कुमार और जिग्नेश मेवाणी ने राहुल गांधी की उपस्थिति में कांग्रेस का दामन थाम लिया. दोनों के स्वागत के लिए बकायदा पार्टी दफ्तर में पोस्टर भी लगाए गए थे. हालांकि जिग्नेश ने औपचारिक तौर पर पार्टी की सदस्यतता नहीं ली है. जिग्नेश ने कहा, 'मैं एक निर्दलीय विधायक हूं, इसलिए औपचारिक रूप से कांग्रेस ज्वॉइन नहीं कर सकता. लेकिन 2022 के चुनाव में कांग्रेस के सिंबल पर ही लड़ूंगा.' दो युवा नेताओं के कांग्रेस में शामिल कराए जाने से पहले पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी शहीद भगत सिंह पार्क में पहुंचे और वहां शहीद भगत सिंह की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया तथा वहां उपस्थित कार्यकर्ताओं से संपर्क किया....

पंजाब में नवजोत सिंह सिद्धू के इस्तीफे के बाद गहलोत खेमे में खुशी, राजस्थान में अब जल्दबाजी करके रिस्क नहीं लेना चाहेगा कांग्रेस आलाकमान

जयपुर. पंजाब में कई बार कैप्टन अमरिंदर जैसे दिग्गज कांग्रेसी नेता ने कहा कि आलाकमान ने जल्दबाजी में अपरिपक्वता के साथ फैसला लिया है, और सिद्धू स्थिर आदमी नहीं हैं, वह पार्टी और राज्य दोनों के लिए खतरा है. बावजूद इसके आलाकमान ने कैप्टन से पद छीनकर सिद्धू के भरोसे पंजाब कांग्रेस में बदलाव कर दिए लेकिन जैसे ही मंगलवार को सिद्धू ने पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष पद से इस्तीफा दिया तो कैप्टन फिर से कांंग्रेस आलाकमान को याद आने लगे. और अब लग रहा है मानो को बहुत बड़ा धोखा हो गया है, चुनावों से पहले पंजाब कांग्रेस किसी चौराहे पर आकर खड़ी हो गई है. कांग्रेस की जगत हंसाई हुई सो अलग. पर इन सबके बीच राजस्थान कांग्रेस में गहलोत खेमा खासा उत्साहित नजर आ रहा है. इस एपिसोड के बाद अब यह तय हो गया है कि राजस्थान में गहलोत को हटाने जैसा फैसला अब आलाकमान के लिए सोचना भी मुश्किल होगा. क्योंकि अब आलाकमान किसी भी तरह क...

नवजोत सिंह सिद्धू ने पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष पद से दिया इस्तीफा, अ​मरिंदर बोले - 'मैंने पहले ही कहा था कि सिद्धू स्थिर आदमी नहीं हैं'

पंजाब. विधानसभा चुनावों से पहले पंजाब कांग्रेस में जबरदस्त घमासान देखने को मिल रहा है. एक तरफ कांग्रेस आलाकमान पहले ही कैप्टन अ​मरिंदर सिंह से नाराजगी मोल ले बैठा और नवजोत को खुश करने के लिए सीएम तक बदल डाला वहीं अब नवजोत सिंह ने ही पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष पद से इस्तीफा देकर सबको चौंका दिया है.  सिद्धू ने सोनिया गांधी को पत्र लिखकर कहा है कि वह कंप्रोमाइज नहीं कर सकते हैं, इसलिए वह पार्टी के प्रदेश प्रधान पद से इस्तीफा दे रहे हैं। सिद्धू ने कुछ माह पहले ही पंजाब में पार्टी की कमान संभाली थी। सिद्धू से पहले सुनील जाखड़ प्रदेश प्रधान थे। इस बीच, कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा, ''मैंने पहले ही कहा था कि सिद्धू स्थिर आदमी नहीं हैं। वह सीमावर्ती राज्य के लिए फिट नहीं हैं।'' पंजाब में नवजोत सिंह सिद्धू के इस्तीफे के बाद गहलोत खेमे में खुशी, राजस्थान में अब जल्दबाजी करके...