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शहरों की तर्ज पर होगा राजस्थान के गांवों का भी समग्र विकास, यही प्राथमिकता और संकल्प: रमेश चंद मीना, ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री  

जयपुर। ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज विभाग गांवों के विकास की मुख्य धूरी है और केंद्र तथा राज्य सरकार की इस विभाग से सम्बधित सभी विकासात्मक एवं जनकल्याणकारी योजनाओं का पारदर्शिता के साथ धरातल पर क्रियान्वयन जरूरी है। हमारी प्राथमिकता है कि गांव के अंतिम छोर पर झौंपड़ी में रहने वाले हर व्यक्ति के घर तक योजनाओं का लाभ पहुंचे और सभी पात्र परिवार लाभांवित हों। ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री रमेश चंद मीना ने इस संकल्प के साथ बुधवार को शासन सचिवालय स्थित मुख्यालय भवन में विधिवत पूजा-अर्चना के साथ पदभार ग्रहण किया। इस दौरान करौली जिले के लोगों के अलावा उनकी पत्नी और परिवार के सदस्यगण मौजूद रहे। मीना ने पदभार संभालने के बाद कहा कि गांवों का धरातल पर समग्र तरीके से विकास हो यही मेरी प्राथमिकता रहेगी। उन्होंने कहा कि विभाग आर्दश गांव का एक ऎसा मॉडल विकसित करेगा, जिसमें बिजली-पानी के साथ-...

CM गहलोत का सलाहकार बनते ही MLA रामकेश मीना ने सचिन पायलट के खिलाफ खोला मोर्चा, कहा- पायलट की आलाकमान को करूंगा शिकायत

जयपुर। राजस्थान में मंत्रिमंडल पुनर्गठन के बाद से ही कांग्रेस के भीतर कलह खुलकर सामने आने लगी है। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के एडवाइजर बने हुए विधायक रामकेश मीणा को 24 घंटे भी नहीं बीते कि उन्होंने सचिन पायलट के खिलाफ जहर उगलना शुरू कर दिया है। सचिन पायलट पर कांग्रेस पार्टी को नुकसान पहुंचाने और आलाकमान को विभिन्न मामलों में गलत फीडबैक देने का भी आरोप लगाया। रामकेश ने अरोप लगाया कि "पायलट ने आलाकमान को गुमराह किया, जिससे निर्दलीय व बसपा से आए विधायकों को तरजीह नहीं मिली। पायलट ने ही आलाकमान को गुमराह करके हमारे टिकट कटवाएं थे। इसके चलते ही हमारे साथी बसपा व निर्दलीय जीतकर आए। अगर टिकट वितरण के समय कमान अगर पूरी तरह से गहलोत के पास होती तो कांग्रेस की 150 सीटें आती। उन्होंने कहा कि हमने गहलोत सरकार को बचाने का काम किया, यहीं कारण रहा कि निर्दलीय मंत्री बनने पर पायलट ने राइड...

कांग्रेस को अपने दम पर हराकर जीते संयम लोढ़ा सहित 10 निर्दलीय विधायकों को मंत्री पद नहीं मिलने पर हुई निराशा पर हार्दिक संवेदनाएं: राजेन्द्र राठौड़

जयपुर। राजस्थान में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत सरकार का मंत्रिमंडल पुनर्गठन हो चुका है। लेकिन अब आरोप-प्रत्यारोप का दौर भी तेज हो गया है। ऐसे में उप नेता प्रतिपक्ष और बीजेपी के वरिष्ठ नेता राजेंद्र राठौड़ ने इस मंत्रिमंडल पुनर्गठन पर चुटकी ली है और अपने कई बयान ट्विटर पर जारी भी किए। राठौड़ ने एक बयान जारी कर कहा कि "अपनी सदस्यता को दांव पर लगाकर हाथी से हाथ का सफर करने वाले बसपा के 5 माननीय विधायकों जिन्हें अयोग्य किए जाने की तलवार मा. सर्वोच्च न्यायालय ने अभी भी लटका रखी है तथा कांग्रेस पार्टी को अपने दम पर हराकर जीते संयम लोढ़ा सहित 10 निर्दलीय विधायकों को मंत्री पद नहीं मिलने पर हुई निराशा पर हार्दिक संवेदनाएं. लगे रहो गुलफाम.. कभी तो किस्मत चमकेगी." इतना ही नहीं राठौड़ ने कहा कि "सरकार के नये मंत्रिमंडल में राजस्थान के 13 जिलों अजमेर, नागौर, उदयपुर, प्रतापगढ़, डूंगरपु...

राजस्थान सरकार में मंत्रिमंडल पुनर्गठन, 11 कैबिनेट, 4 राज्य मंत्रियों ने ली शपथ

जयपुर। लंबे इंतजार के बाद आखिरकार राजस्थान के राजभवन में राजस्थान में मंत्रिमंडल के पुनर्गठन को लेकर शपथ ग्रहण समारोह हुआ। सबसे पहले हेमाराम चौधरी ने कैबिनेट मंत्री पद की शपथ ली। उनके बाद महेंद्रजीत सिंह मालवीय को शपथ दिलाई गई। 11 कैबिनेट मंत्री में हेमाराम चौधरी, महेंद्रजीत सिंह मालवीय,रामलाल जाट, महेश जोशी, विश्वेंद्र सिंह, रमेश मीणा, ममता भूपेश, भजनलाल जाटव,टीकाराम जूली, गोविंद मेघवाल, शकुंतला रावत ने शपथ ली वहीं 4 राज्यमंत्री में जाहिदा, बृजेंद्र ओला, राजेंद्र गुढा और मुरारीलाल मीणा शपथ लेने वालों में शामिल रहे।...

महेश जोशी, रमेश मीणा, महेन्द्रजीत सिंह मालवीय सहित 11 बनेंगे कैबिनेट मंत्री, गहलोत मंत्रिमंडल का पुनर्गठन

जयपुर। राजस्थान में मंत्रिमंडल के पुनर्गठन को लेकर नाम सामने आ गए हैं. लिस्ट के मुताबिक 11 कैबिनेट मंत्री में हेमाराम चौधरी, महेंद्रजीत सिंह मालवीय,रामलाल जाट, महेश जोशी, विश्वेंद्र सिंह, रमेश मीणा, ममता भूपेश, भजनलाल जाटव,टीकाराम जूली, गोविंद मेघवाल, शकुंतला रावत का नाम दिया गया है वहीं 4 राज्यमंत्री में जाहिदा, बृजेंद्र ओला, राजेंद्र गुढा और मुरारीलाल मीणा का नाम है। पूर्वी राजस्थान के कद्दावर नेता पायलट कैम्प से रमेश मीणा को एक बार फिर कैबिनेट मंत्री बनाया गया है. वहीं गहलोत कैम्प से महेश जोशी भी कैबिनेट मंत्री बनेंगे.   इनके अलावा विश्वेन्द्र सिंह को फिर कैबिनेट मंत्री बनाया जा रहा है. वरिष्ठ जाट नेता हेमाराम चौधरी को कैबिनेट मिनिस्टर बनाया जा रहा है. जनजाति क्षेत्र से आने वाले कद्दावर नेता महेंद्रजीत सिंह मालवीय को एक बार फिर राज्य कैबिनेट मंत्रीमंडल में मं...

गहलोत मंत्रिमंडल के सभी ​मंत्रियों से इस्तीफे लिए गए, मंत्रिपरिषद की बैठक में ​सौंपे इस्तीफे

जयपुर. राजस्थान में गहलोत मंत्रिमंडल के पुनर्गठन से जुड़ी बड़ी खबर सामने आ रही है. गहलोत मंत्रिमंडल के सभी ​मंत्रियों से इस्तीफे ले लिए गए हैं ताकि मंत्रिमंडल का पुनर्गगठन किया जा सके.  बता दें कि राजस्थान में मंत्रिमंडल पुनर्गठन रविवार शाम 4:00 बजे होगा। इसके लिए सभी आवश्यक तैयारियां पूरी करने के निर्देश दे दिए गए हैं। सचिवालय में मंत्रियों के बैठने के लिए कमरों की तैयारी की जा रही है। तो स्टेट मोटर गैराज विभाग वाहनों की व्यवस्था में लग गया है। ...

राजस्थान में कोन होगा मंत्रिमंडल में शामिल और कौन आउट, रविवार शाम 4 बजे होगा खुलासा! राजभवन में तैयारियां शुरू

जयपुर। राजस्थान में मंत्रिमंडल पुनर्गठन रविवार शाम 4:00 बजे होगा। इसके लिए सभी आवश्यक तैयारियां पूरी करने के निर्देश दे दिए गए हैं। सचिवालय में मंत्रियों के बैठने के लिए कमरों की तैयारी की जा रही है। तो स्टेट मोटर गैराज विभाग वाहनों की व्यवस्था में लग गया है। यह जानकारी सूत्रों के हवाले से निकल कर सामने आई है। राजभवन में शपथ ग्रहण समारोह के लिए सभी आवश्यक तैयारियां शुरू करने के दिशा निर्देश दे दिए गए हैं। राजस्थान में मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर आज का दिन महत्वपूर्ण माना जा रहा है। राजस्थान प्रभारी अजय माकन, मुख्यमंत्री सीएम गहलोत के बीच लगातार बैठकों का दौर चल रहा है। मंत्रीमंडल के बारे मंथन किया जा रहा है। इसी बीच शनिवार शाम को मंत्रिमंडल की बैठक का भी आयोजन रखा गया है। माना जा रहा है इसमें सभी मंत्रियों से इस्तीफे ले लिए जाएंगे।...

राजस्थान में मंत्रिमंडल पुनर्गठन की कवायद तेज, शनिवार शाम 5:00 बजे मंत्रिपरिषद की बैठक बुलाई, मंत्रियों से लिए जा सकते हैं सामूहिक इस्तीफे

जयपुर। राजस्थान में मंत्रिमंडल पुनर्गठन की कवायद तेज हो गई है। इस दिशा में सबसे बड़ी खबर यह है कि मंत्रिमंडल गठन के लिहाज से शनिवार शाम 5:00 बजे मंत्रिपरिषद की बैठक बुलाई गई है। बताया जा रहा है कि मंत्रिमंडल पुनर्गठन के तहत मंत्रिपरिषद की बैठक में सभी से इस्तीफे लिए जाएंगे। सीएम आवास पर यह अहम बैठक बुलाई गई है। इस बैठक में सामूहिक इस्तीफे लेने के बाद में माना जा रहा है कि रविवार को गहलोत मंत्रिमंडल का पुनर्गठन होगा। मंत्रिपरिषद की बैठक के बाद CM राज्यपाल से मिलने जा सकते हैं। इसके अलावा अब गहलोत कैबिनेट में कौन सा मंत्री किस विभाग को देखेगा और कौन-कौन इसमें शामिल होंगे यह लिस्ट फाइनल हो चुकी है।...

क्या आगामी विधानसभा चुनावों में फ्रंट फुट पर खेलने के लिए बैक फुट पर आए मोदी?

नई दिल्ली (सुभद्र पापड़ीवाल). कृषि कानूनों का भविष्य तो कैप्टेन की दिल्ली दरबार में हाजिरी वाले दिन ही तय हो गया था. कृषि कानूनों की वापसी की घोषणा के साथ ही पंजाब के पूर्व सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह की ओर से जारी प्रतिक्रिया ने यह साबित भी कर दिया. जहां उन्होंने केंद्र सरकार के इस फैसले का स्वागत किया. अमरिंदर सिंह ने उम्मीद जताई है कि केंद्र सरकार खेती के विकास के लिए काम करना जारी रखेगी. अमरिंदर सिंह ने अपने ट्वीट में लिखा कि ''नरेंद्र मोदी जी किसानों की मांग स्वीकारने और तीन कृषि कानूनों को रद्द करने के लिए शुक्रिया. गुरु नानक जंयती के मौके पर यह अच्छा फैसला लिया गया है. मुझे पूरी उम्मीद है कि केंद्र सरकार किसानों के लिए विकास करने का काम जारी रखेगी.'' एक सक्रिय सीमा वाले राज्य जहां की परिस्थितियां अत्यंत संवेदनशील हैं, वहां प्रत्यक्ष- परोक्षरूप में सरकार बनाना भाजप...

तीनों काले कृषि कानूनों की वापसी की घोषणा लोकतंत्र की जीत एवं मोदी सरकार के अहंकार की हार: अशोक गहलोत

जयपुर. शुक्रवार को देश के नाम अपने संबोधन में प्रधानमंत्री मोदी ने यह बड़ा ऐलान करते हुए तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने की घोषणा कर दी. इसी के साथ देश में एक बार फिर किसान आंदोलन पर सियासी बयानों की बहार आ गई है.  राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने तीनों कृषि कानूनों की वापसी की घोषणा पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहाा कि  तीनों काले कृषि कानूनों की वापसी की घोषणा लोकतंत्र की जीत एवं मोदी सरकार के अहंकार की हार है। यह पिछले एक साल से आंदोलनरत किसानों के धैर्य की जीत है। देश कभी नहीं भूल सकता कि मोदी सरकार की अदूरदर्शिता एवं अभिमान के कारण सैकड़ों किसानों को अपनी जान गंवानी पड़ी है। मैं किसान आंदोलन में शहादत देने वाले सभी किसानों को नमन करता हूं। यह उनके बलिदान की जीत है।  ...