केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने जी-20 शिक्षा कार्य समूह की बैठक के अंतर्गत भविष्य के कार्य की अपनी तरह की एक प्रदर्शनी का उद्घाटन किया


नई दिल्ली। केंद्रीय शिक्षा और कौशल विकास तथा उद्यमिता मंत्री श्री धर्मेंद्र प्रधान ने आज तीसरी शैक्षिक कार्य समूह (एडडब्ल्यूजी) की बैठक के अंतर्गत भविष्य के कार्य के बारे में अपनी तरह की एक अनूठी प्रदर्शनी का उद्घाटन किया। उद्घाटन समारोह में कौशल विकास और उद्यमिता मंत्रालय के सचिव, श्री अतुल कुमार तिवारी; राजदूत अतुल केशप, अमेरिका-भारत व्यापार परिषद (यूएसआईबीसी) के अध्यक्ष और दक्षिण एशिया में अमेरिका के वाणिज्यिक मण्डल वरिष्ठ उपाध्यक्ष श्री चंद्रजीत बनर्जी; भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) के महानिदेशक श्री विपिन सोंढ़ी, भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) के प्रौद्योगिकी मिशन; नवाचार और अनुसंधान तथा भविष्य के परिवहन फ्यूचर मोबिलिटी पर सीआईआई मिशन के अध्यक्ष और अशोक लेलैंड और जेसीबी इंडिया के पूर्व प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी और एक्सेंचर रिसर्च के प्रबंध निदेशक राघव नरसाले उपस्थित थे। माननीय शिक्षा मंत्री महोदय ने गहरी रुचि के साथ लगभग 70 प्रदर्शकों की प्रदर्शनियों का अवलोकन किया और उनके प्रयासों की सराहना की। प्रदर्शकों में राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (एनआईटी) राउरकेला, भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) भुबनेश्वर, भारतीय प्रबंधन संस्थान (आईआईएम) संबलपुर, माइक्रोसॉफ्ट, मेटा, संयुक्त राष्ट्र अंतराष्ट्रीय बाल आपातकालीन कोष (यूनिसेफ), राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद (एनसीईआरटी) और कई अन्य जैसे विभिन्न क्षेत्रों के प्रमुख संस्थान और संगठन शामिल थे, जो आधुनिक कार्यस्थल, भविष्य के कौशल में निरंतर नवाचारों के साथ काम के भविष्य को संचालित करने वाली तकनीकों और अभिनव वितरण मॉडल को प्रदर्शित करते हैं। प्रदर्शनी को सकारात्मक प्रतिक्रिया मिली और पहले दिन 10,000 दर्शकों ने इन प्रदर्शनियों का अवलोकन किया।