अवैध खनन के मामले में संत के आत्मदाह की सीबीआई जांच हो: अरुण सिंह


राजस्थान BJP प्रभारी अरुण सिंह ने कहा कि ब्रज क्षेत्र के तीर्थ स्थल व पहाड़ों को बचाने के लिए भगवान श्रीकृष्ण की क्रीड़ास्थली, आदिबद्री और कनकांचल पहाड़ों को बचाने के लिए साधु-संतों को 551 दिन आंदोलन करना पड़ा। संतों को पूरा विश्वास हो गया था माफियाओं का पूरा जाल यहां पर है और प्रदेश सरकार का संरक्षण उनके ऊपर है, अवैध खनन चलता रहेगा। कनकांचल और आदिबद्री पर्वत बचेगा नहीं, इससे हैरान और परेशान होकर बाबा हरि बोल दास ने पिंडदान किया और दूसरे संत बाबा नारायण दास टावर पर चढ़े। रविवार को पत्रकारों से बातचीत करते हुए प्रभारी अरुण सिंह ने कहा कि संतों का मानना था कि सद्बुद्धि सरकार को आ जाए, लेकिन वह तो आनी नहीं थी। क्योंकि खान मंत्री प्रमोद भाया जैन और अधिकारी मिले हुए हैं। इन सबसे परेशान होकर संत विजय दास ने आत्मदाह किया। सरकार के लोग एक-एक व्यक्ति को डराने और धमकाने का काम कर रहे हैं।

अरुण सिंह ने कहा कि इस घटनाक्रम के बाद केवल राजस्थान ही नहीं अपितु भारत के संत समाज में रोष है और जनता मुखर होकर न्याय के लिए आवाज उठा रही है। उन्होंने कहा कि संतो ने मेरे समक्ष सीबीआई से जांच कराए जाने की मांग रखी जिसे हम अपनी रिपोर्ट में प्रमुखता से रखेंगे और केंद्र सरकार के समक्ष सीबीआई जांच की मांग भी रखी जाएगी। सीकर से भाजपा के सांसद स्वामी सुमेधानंद सरस्वती ने कहां कि यदि समय रहते राजस्थान सरकार ध्यान देतीं तो संत हम सब के बीच होते।

अलवर से भाजपा के सांसद बाबा बालकनाथ ने कहा कि खान मंत्री प्रमोद भाई जैन पर पर पूर्व मंत्री ने भ्रष्टाचार के आरोप लगाए गए लेकिन सीएम अशोक गहलोत चुप है। भाजपा सांसद सत्यपाल सिंह ने कहा कि प्रदेश में खनन माफियाओं ने अवैध खनन के लिए पुलिस व प्रशासन के कर्मियों एवं अधिकारियों पर जानलेवा हमले हो रहे। क्योंकि सरकार का संरक्षण व समर्थन है। भाजपा सांसद बृजलाल यादव ने कहां कि राजस्थान में साधु-संत शांति से साधना भी नहीं कर सकते, मंत्री बेतुकेपन से बयान दे रहे। अवैध खनन के खेल में सरकार, पुलिस, परिवहन व खनन विभाग इत्यादि लिप्त हैं।