शहरों की तर्ज पर होगा राजस्थान के गांवों का भी समग्र विकास, यही प्राथमिकता और संकल्प: रमेश चंद मीना, ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री  


जयपुर। ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज विभाग गांवों के विकास की मुख्य धूरी है और केंद्र तथा राज्य सरकार की इस विभाग से सम्बधित सभी विकासात्मक एवं जनकल्याणकारी योजनाओं का पारदर्शिता के साथ धरातल पर क्रियान्वयन जरूरी है। हमारी प्राथमिकता है कि गांव के अंतिम छोर पर झौंपड़ी में रहने वाले हर व्यक्ति के घर तक योजनाओं का लाभ पहुंचे और सभी पात्र परिवार लाभांवित हों। ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री रमेश चंद मीना ने इस संकल्प के साथ बुधवार को शासन सचिवालय स्थित मुख्यालय भवन में विधिवत पूजा-अर्चना के साथ पदभार ग्रहण किया। इस दौरान करौली जिले के लोगों के अलावा उनकी पत्नी और परिवार के सदस्यगण मौजूद रहे।

मीना ने पदभार संभालने के बाद कहा कि गांवों का धरातल पर समग्र तरीके से विकास हो यही मेरी प्राथमिकता रहेगी। उन्होंने कहा कि विभाग आर्दश गांव का एक ऎसा मॉडल विकसित करेगा, जिसमें बिजली-पानी के साथ-साथ स्वच्छता जैसी मूलभूत आवश्यकता की पूर्ति की जाएगी। विकास कार्याें में सभी वर्गाें और जिलों का ध्यान रखा जाएगा। उन्होंने गांवों के समग्र विकास को ही अपना संकल्प बताया। उन्होंने कहा कि गांवों का विकास कैसे हो, गांव के अंतिम छोर पर झोंपडी में रहने वाले हर व्यक्ति के पास उसके घर तक ग्रामीण विकास की प्रत्येक योजना पहुंचे, इसके लिए भरसक प्रयास किए जाएंगे। गांवों को आधुनिक तकनीक से जोड़ने पर फोकस रहेगा।

पंचायतीराज मंत्री ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों से शहरों की ओर पलायन की स्थिति को रोकने के लिए गांव के स्तर पर ही रोजगार की व्यवस्था करनी होगी। इसके लिए स्थानीय जरूरतों और विशेषताओं के अनुरूप रोजगार के अवसर सृजित किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि विभाग के अधिकारियों को इसके लिए समुचित अधिकार दिए जाएंगे तथा उनकी जिम्मेदारी भी तय की जाएगी। सभी वगोर्ं को साथ लेकर ही विकास के रास्ते आगे बढ़ा जा सकता है। 

इस अवसर पर चाकसू विधायक वेदप्रकाश सोलंकी, करौली के निवर्तमान जिला प्रमुख अभय कुमार मीना, शासन सचिव ग्रामीण विकास डॉ. के.के. पाठक और शासन सचिव पंचायतीराज श्री पी.सी. किशन सहित अन्य जन प्रतिनिधि और विभागीय अधिकारियों सहित बड़ी संख्या में आमजन उपस्थित थे। सभी उपस्थित जनों ने मीना को बधाई एवं शुभकामनाएं दी।