उद्धव ठाकरे से बगावत करने वाले विधायकों को मोदी सरकार ने दी सुरक्षा, सीआरपीएफ के जवानों ने संभाला मोर्चा 


नई दिल्ली. महाराष्ट्र की सियासत में लगातार बगावत की बढ़ती रंजिश के बीच अब केन्द्र सरकार ने भी एंट्री मार ली है। महाराष्ट्र में सियासी संकट के बीच शिवसैनिक लगातार बागी विधायकों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं और बागी विधायकों को उनकी और परिजनों की सुरक्षा का खतरा सताने लगा है। ऐसे में बागियों को भले ही महाराष्ट्र सरकार से अपनी और परिवार की सुरक्षा ना मिली हो लेकिन अब केंद्र सरकार की तरफ से बड़ा फैसला लेते हुए शिंदे गुट के 16 विधायकों के घरों पर केंद्र सरकार ने सुरक्षा दे दी है। 

बता दें कि शनिवार 25 जून को एकनाथ शिंदे गुट ने केंद्रीय गृह सचिव और राज्यपाल को चिट्ठी लिखकर सुरक्षा की मांग की थी। जिसके बार रविवार को सभी विधायकों के घर पर सीआरपीएफ के जवानों की तैनाती कर दी गई है। यह सुरक्षा वाई प्लस कैटेगिरी की होगी। 

हालांकि केंद्र सरकार से पहले एकनाथ शिंदे गुट ने महाराष्ट्र सरकार से भी अपने परिवार के लिए सुरक्षा मांगी थी. जिसके जवाब में राज्य सरकार ने कहा था कि विधायकों की सुरक्षा में कोई कटौती नहीं की गई है. साथ ही जिन विधायकों के घरों पर तोड़फोड़ की गई, वहां पुलिस बल तैनात करने के निर्देश भी जारी किए गए थे। इसी बीच निर्दलीय सांसद नवनीत राणा ने भी बागी विधायकों के परिवार को सुरक्षा देने कि मांग की थी।

बता दें कि पिछले करीब एक हफ्ते से एकनाथ शिंदे और तमाम शिवसेना विधायक असम के गुवाहाटी में डटे हुए हैं। सभी ने उद्धव ठाकरे के खिलाफ बगावत छेड़ दी है. इन बागियों को मनाने की पूरी कोशिश की गई, लेकिन बात नहीं बन पा रही है।