हिंदी हैं हम, वतन है हिन्दोस्तां हमारा... हिंदी दिवस पर जानें 10 रोचक फैक्ट


भारत. 'मैं हिंदी बोलता हूं और हिंदी में पोस्ट करता हूं लेकिन मैं अनपढ़ नहीं हूं. ENGLISH केवल एक भाषा है, बुद्धिमान होने का सर्टिफिकेट नहीं.' सोशल मीडिया पर हिंदी भाषी होने पर गर्व करने वाले ऐसे कई मैसेज फॉरवर्ड कर रहे हैं और हिंदी भाषी होने पर गर्व भी जता रहे हैं. ऐसा हो भी क्यों नहीं क्योंकि हिंदी हैं हम, वतन है हिन्दोस्तां हमारा. राष्ट्रीय अस्मिता और गौरव का प्रतीक हिंदी ही है जो विविधताओं से भरे भारत को एकता के सूत्र में पिरोती है. देश के किसी भी नागरिक से अपने दिल और मन की बात अगर किसी भाषा में सहजता से की जा सकती है तो वो हिंदी है. राष्ट्रभाषा हिंदी देशवासियों को भावनात्मक एकता के सूत्र में पिरोती है, इसमें कोई दो राय नहीं. पर हिंदी को गहराई से जानने के लिए 
आपके लिए कुछ रोचक बातें जानना भी जरुरी है.

हिन्‍दी से जुड़े 10 रोचक फैक्ट-

1 - बात 1918 की है जब हिंदी साहित्य सम्मेलन में महात्मा गांधी ने हिंदी को आम जन की भाषा बताते हुए इसे राष्ट्रभाषा का दर्जा देने के लिए कहा था. आजादी मिलने के दो साल बाद 14 सितबंर 1949 को संविधान सभा में एक मत से हिंदी को राजभाषा घोषित किया गया था. इस निर्णय के बाद हिंदी को हर क्षेत्र में प्रसारित करने के लिए वर्धा की राष्ट्रभाषा प्रचार समिति के आग्रह पर 1953 से पूरे भारत में 14 सितंबर को हर साल हिंदी दिवस के रूप में मनाए जाने की शुरुआत हुई. 14 सितंबर 1953 को पहली बार देश में हिंदी दिवस मनाया गया. हिंदी को वैश्विक स्तर पर बढ़ावा देने के लिए 1975 से विश्व हिंदी सम्मेलन का आयोजन शुरू हुआ.

2 - हिन्‍दी विश्‍व में चौथी सबसे ज्‍यादा बोली जाने वाली भाषा है. 1997 में हुए एक सर्वेक्षण में पाया गया था कि भारत में 66 फीसदी लोग हिंदी बोलते हैं, जबकि 77 प्रतिशत इसे समझ लेते हैं.

3 - इंटरनेट के जरिए 2016 में हिंदी समाचार पढ़ने वालों की संख्या 5.5 करोड़ थी, जो 2021 में बढ़कर 14.4 करोड़ होने का अनुमान है.

4- ऑक्सफोर्ड डिक्शनरी से जुड़े एक्सपर्ट्स के मुताबिक अब तक हिंदी भाषा के 900 शब्दों को डिक्शनरी में जगह मिल चुकी है. दुनिया की सबसे प्रसिद्ध ऑक्सफोर्ड डिक्शनरी हर साल भारतीय शब्दों को जगह दे रही है, जिनमें हिंदी के शब्दों की बहुलता है.

5- हिंदी विश्व के तीस से अधिक देशों में पढ़ी-पढ़ाई जाती है. करीब सौ विश्वविद्यालयों में हिंदी अध्यापन केंद्र खुले हुए हैं. अमेरिका में लगभग एक सौ पचास से ज्यादा शैक्षणिक संस्थानों में हिंदी का बारे में पढ़ा और पढ़ाया जाता है.

6- दक्षिण प्रशांत महासागर क्षेत्र के फिजी में हिंदी को आधिकारिक भाषा का दर्जा दिया गया है. भारत, फिजी के अलावा मॉरीशस, फिलीपींस, नेपाल, गुयाना, सुरिनाम, त्रिनिदाद, तिब्बत और पाकिस्तान में कुछ थोड़े अलग अंदाज में ही सही लेकिन हिंदी बोली और समझी जाती है.

7- 1977 में पहली बार तत्कालीन विदेश मंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने हिंदी में संयुक्त राष्ट्र की आम सभा को संबोधित किया था. 
हिंदी में उच्चतर शोध के लिए भारत सरकार ने 1963 में केंद्रीय हिंदी संस्थान की स्थापना की. देश भर में इसके आठ केंद्र हैं.

8-  1805 में कोलकाता के प्रकाशन फोर्ट विलियम की ओर से प्रकाशित लल्लू लाल की लिखी पुस्तक 'प्रेम सागर' को हिंदी की पहली किताब माना जाता है. वहीं सन् 1900 में सरस्वती में प्रकाशित किशोरी लाल गोस्वामी की कहानी इंदुमती को पहली हिंदी कहानी माना जाता है.

9- दादा साहेब फाल्के द्वारा 1913 में बनाई गई फिल्म 'राजा हरिश्चंद्र' को पहली हिंदी फीचर फिल्म थी. पहली बोलती हुर्ई हिंदी फिल्म अर्देशिर ईरानी द्वारा निर्देशित 'आलम आरा' थी, जिसका प्रदर्शन 14 मार्च 1931 को हुआ. 

10- 1826 में हिंदी के पहले समाचार पत्र (Weekly news paper) उदंत मार्तंड का प्रकाशन कोलकाता से शुरू हुआ.