SMS हाॅस्पिटल के डाॅक्टर ध्रुव सिंह मीणा ने दी थी रंगदारी नहीं देने पर हत्या की धमकी, पुलिस ने 24 घंटे में पहुंचाया सलाखों के पीछे


जयपुर. पत्रकार काॅलोनी क्षेत्र में धमकी देकर रंगदारी मांगने वाला कोई और नहीं बल्कि राजस्थान के सबसे बड़े एसएमएस अस्पताल का एसोसिएट प्रोफेसर डाॅक्टर ध्रुव सिंह मीणा था। 9 अगस्त को एक कारोबारी को 30 लाख रूपए नहीं देने पर परिवार सहित जान से मारने की धमकी देने के लिए आरोपी ने परिवार के लोगों का एक लिफाफा थमाया था जिसमें दो छोटी राखी और एक जिंदा कारतूस सहित धमकी भरा पत्र था। रकम नहीं देने पर कारोबारी को उसकी पत्नी और बच्चों सहित मौत के घाट उतारने की धमकी दी गई थी।

पुलिस ने मामले में एफआईआर दर्ज करने के बाद डीसीपी साउथ योगेश गोयल के निर्देशन में कई लोगों से पूछताछ, आसपास के 400 से ज्यादा सीसीटीवी फुटेज चैक किए, 300 से अधिक चैपहिया वाहन की तलाश कर पुलिस आरोपी तक पहुंची।

डीसीपी साउथ योगेश गोयल ने बताया कि फिलहाल आरोपी के किसी बडे गैंगेस्टर से जुडे होने के बारे में पूछताछ की जा रही है। लेकिन प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि राज्य के एक प्रतिष्ठित मेडिकल संस्था में आरोपी एसोसिएट प्रोफेसर के पद पर कार्य कर रहा है, आरोपी ने आॅनलाइन सट्टे में हारी हुई रकम पाने के लिए यह रंगदारी मांगने की योजना बनाई थी। वह काफी कर्जे में था। पकड़ा गया आरोपी ध्रुव सिंह मीणा 38 साल का है और अभी इंद्रा नगर, जगतपुरा में रहता है। वह मूल रूप से अलवर के गंजखेड़ली थाना क्षेत्र का निवासी है। एक अन्य आरोपी जिसने इस वारदार में डाॅक्टर का साथ दिया था। वो डाॅक्टर का रिश्ते में साला है, तलाश की जा रही है। 

डीसीपी साउथ योगश गोयल के निर्देशन में अतिरिक्त पुलिस आयुक्त भरत लाल मीणा, मुहाणा थानाधिकारी लखन सिंह खटाना के नेतृत्व में इस वारदात के खुलासे में कांस्टेबल मानसिंह, रामस्वरूप, देवेन्द्र की विशेष भूमिका रही। 
उधर इस घटनाक्रम के महज 24 घंटे में खुलासे के बाद पुलिस के कार्य की प्रशंसा की जा रही है और पीडित परिवार ने राहत की सांस ली है। क्षेत्र के लोगों का कहना है कि पुलिस ने महज 24 घंटे में इस वारदात का पटाक्षेप करके अपराधियों में भय और आमजन में विश्वास को कायम रखा है।