राजस्थान में सरकार गिराने की साजिश पर CM अशोक गहलोत के 10 बड़े बयान


जयपुर. राजस्थान में चल रही राजनीतिक उठापटक के बीच मुख्यमंत्री अशोक गहलोत चिंतित हैं और इस चिंता के बीच मुख्य सचेतक महेश जोशी ने एसीबी को भी पत्र लिखकर तुरंत कार्रवाई की मांग की है.

पर बड़ी बात यह है कि गुजरात में कांग्रेस विधायकों के लगातार इस्तीफे के बाद कांग्रेस पार्टी चिंतित है. महाराष्ट्र और मध्यप्रदेश में जो हुआ वह कहीं राजस्थान में ना हो जाए इस बात का पूरा अंदेशा है. बताया यह भी जा रहा है कि विधायकों की खरीद-फरोख्त का दौर इस वक्त परवान पर है और एक बड़ी राशि राजस्थान में पहुंच चुकी है.

अशोक गहलोत को बहुत करीब से जानने वाले लोगों का कहना है कि उन्होंने अशोक गहलोत को इतना चिंतित पहले कभी नहीं देखा लेकिन वह चुनौतियों से निपटने में बेहद माहिर भी हैं. इस पूरे घटनाक्रम के दौरान राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने क्या 10 बड़ी बातें कहीं, आइए आपको बताते हैं.

 

गहलोत की 10 बड़ी बातें:



1- इस प्रकार से तोड़फोड़ गुजरात के अंदर, पिछली बार 2017 में की गई, 14 विधायक टूट गए. अभी 3 टूट गए और 4 पहले टूट गए थे. हॉर्स ट्रेडिंग करके कब तक राजनीति करोगे, बहुत खतरनाक खेल चल रहा है देश के अंदर. मैं बार-बार कहता हूं इनका कोई यकीन नहीं हैं लोकतंत्र में, लोकतंत्र का मुखौटा पहनकर राजनीति कर रहे हैं, फासिस्ट लोग हैं.


2- खरीद-फरोख्त करने वाले ऐसे लोगों को नेस्तनाबूत करना चाहिए, ऐसे लोगों को झटका देना चाहिए, पब्लिक सब समझ रही है और कोई आश्चर्य नहीं है आने वाले वक़्त में पब्लिक खुद झटका दे देगी.


3- खरीद फरोख्त करने वालों को भ्रम में नहीं होना चाहिए. हमारी हमारे विधायकों के साथ मीटिंग बहुत फ्रूटफुल रही और सभी यहां से एकजुट हैं.


4- कोरोना संकट काल में एक तरफ जीवन बचाना है दूसरी तरफ आजीविका बचानी है. दोनों काम साथ-साथ चल रहे हैं और तीसरा यह चुनाव आ गया जो मोदी जी की कृपा से दो महीने पहले हो जाता, क्या तुक था भाई? क्योंकि आप खरीद-फरोख्त पूरी नहीं कर पाए थे गुजरात में, राजस्थान में इसलिए आपने गेम प्ले किया. धज्जियां उड़ा दीं लोकतंत्र में. आपने इलेक्शन कमीशन पर दबाव दे करके चुनाव postponed करवा दिए. मैंने उस टाइम कंडेम किया और अब आप देखिये वापस चुनाव हो रहे हैं वो ही कोरोना चल रहा है. क्या तुक था करने का postponed, कोई जवाब है इनके पास में?


5- लोकतान्त्रिक तरीके से चुनी हुई सरकार को अस्थिर करने की कोशिश चल रही है, ऐसा पहले कभी नहीं हुआ.


6- जो ख़बरें आ रही हैं कैश बड़े रूप में पहुँच चुका है जयपुर. ख़बरें आती हैं, सोशल मीडिया में भी आती हैं, और जिस प्रकार से ख़बरें आ रही थी कि ये टोटली खेल खेलेंगे मध्यप्रदेश के बाद में. हालांकि मध्यप्रदेश के जो 22 एमएलए गए हैं उनकी बहुत दुर्गति हो रही है वो घुस नहीं पा रहे क्षेत्र के अंदर लोग कह रहे हैं कि तुम तो 25 करोड़ में बिके हुए लोग हो किस मुंह से आए हो वापस. 5 साल के लिए भेजा हमने आपको अब आ गए हो जल्दी क्यूँ आए भाई.


7- मुझे गर्व इस बात का की छह बीएसपी के विधायक आए हमारे साथ में, 13 निर्दलीय विधायक. हिन्दुस्तान के इतिहास में पहला राज्य राजस्थान है जहां एक रूपये का सौदा नहीं हुआ कोई पद का लालच नहीं न पैसे का लालच ये कहीं नहीं मिलेगा आपको. ये राजस्थान की धरती पर होता है. इस बात का मुझे गर्व है कि मैं इस राजस्थान की धरती पर मुख्यमंत्री हूँ, जिस धरती के लाल ऐसे हैं जो बिना सौदे के और बिना लोभ-लालच के सरकार का साथ देते हैं. सरकार स्टेबल रहनी चाहिए राजस्थान के अंदर ये सोच करके पिछली बार मैं मुख्यमंत्री बना तब छह विधायक आए थे बीएसपी के, इस बार भी छह विधायक साथ आए.


8- कमियां निकालने का हमारा फ़र्ज़ बनता है, कमियों को मोदी सरकार को चाहिए अच्छे सेंस में लें, अन्यथा नहीं लें, क्योंकि हमारी पार्टी कह चुकी कि कोरोना के इस समय में हम आपके साथ हैं. सोनिया गांधी जी ने कह दिया, तो आलोचना नहीं होती है, जब हम सुझाव देते हैं उसे वो आलोचना मानते हैं और वापस अटैक करते हैं. देश में हम विपक्ष में हैं जनता उम्मीद करती है कि आप विपक्ष की भूमिका निभाओ और निभाते हैं तो इनको लगता है हमारे खिलाफ बोलते हैं. खिलाफ नहीं बोलते हैं, सुझाव हमारे हैं मानो नहीं मानो आपकी मर्जी है.


9- पहले भी एंटी डिफेक्शन बिल आए. अमेंड हुए उसके बाद भी कोई न कोई रास्ता निकाल लेते हैं. अब बताइये करोड़ों-अरबों रूपये भेजे जा रहे हैं. सुन रहे हैं कैश ट्रांसफर हो रहे हैं जयपुर में, कौन भेज रहा है? एडवांस देने की बातें हो रही हैं. 10 करोड़ एडवांस ले लीजिये, बाद में 10 और देंगे, फिर 5 और देंगे, ये क्या हो रहा है? और खुला गेम हो रहा है. इसलिए महेश जोशी जी ने ठीक किया रिपोर्ट दर्ज करवाई है कम से कम अंकुश लगेगा. पकड़ में आएगा तो उनको अंदर रहना पड़ेगा.


10- 'मैं राजस्थान में षड्यंत्र कामयाब नहीं होने दूंगा. षड्यंत्र कोई एक व्यक्ति नहीं बल्कि कई लोग मिलकर कर रहे हैं, जिसमें केंद्र और राज्य के लोग शामिल हैं.'