आयुर्वेद दिवस, 2022 पर अखिल भारतीय आयुर्वेद संस्थान ने 6 सप्ताह का कार्यक्रम शुरू किया


नई दिल्ली। आयुष मंत्रालय के तहत अखिल भारतीय आयुर्वेद संस्थान (एआईआईए) ने आज आयुर्वेद दिवस, 2022 कार्यक्रम का शुभारंभ किया। इस वर्ष आयुर्वेद दिवस के लिए आयुष मंत्रालय के शासनादेश को आगे बढ़ाने के लिए एआईआईए को नोडल एजेंसी के रूप में चुना गया है। कार्यक्रम की विषय वस्‍तु है हर दिन, हर घर आयुर्वेद।

छह सप्ताह तक चलने वाले कार्यक्रम (12 सितंबर- 23 अक्टूबर) के लिए आयुर्वेद दिवस पूर्वावलोकन में आयुष मंत्री सर्बानंद सोनोवाल, आयुष राज्य मंत्री डॉ. मुंजपरा महेन्द्रभाई कालूभाई, सचिव वैद्य राजेश कोटेचा, विशेष सचिव पी.के. पाठक और एनसीएसआईएम के अध्यक्ष वैद्य जयंत देवपुजारी की वर्चुअल उपस्थिति देखी गई। आयुष मंत्रालय हर साल धन्वंतरि जयंती पर आयुर्वेद दिवस मनाता है और इस साल यह 23 अक्टूबर को मनाया जाएगा।

इस वर्ष मंत्रालय इसे भारत सरकार के सभी मंत्रालयों और विभागों के सहयोग से मना रहा है ताकि देश के प्रत्‍येक व्यक्ति पारंपरिक चिकित्सा पद्धति से अवगत कराया जा सके। इस अवसर परए सोनोवाल ने कहा, 6 सप्ताह का कार्यक्रम प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की परिकल्‍पना को आगे बढ़ाने के लिए एक प्रयास है। इस कार्यक्रम की सफलता तभी संभव होगी जब हम भारत के प्रत्येक नागरिक तक पहुंचने में सक्षम होंगे और इसलिए आने वाले हफ्तों में हम अपनी सारी ऊर्जा लोगों के साथ बातचीत करने और उन्हें संवेदनशील बनाने पर केन्द्रित करेंगे ताकि आयुर्वेद का संदेश सभी स्तरों तक फैल सके। हर दिन, हर घर आयुर्वेद हर घर में स्वास्थ्य के लिए आयुर्वेद के बारे में जागरूकता पैदा करने पर जोर देता है। इससे हमारे देश को स्वस्थ और मजबूत बनने में मदद मिलेगी।

अपने विचार साझा करते हुए डॉ. महेन्द्रभाई ने कहा, अन्य देशों के साथ मिलकर हमारा लक्ष्य आयुर्वेद को हर घर में ले जाना और स्वस्थ भारत से स्वस्थ दुनिया की ओर के सपने को साकार करना है। एआईआईए के निदेशक प्रो. तनुजा ने कार्यक्रम का विवरण साझा किया और अगले कुछ हफ्तों में होने वाले प्रमुख कार्यक्रमों पर प्रकाश डाला। इस कार्यक्रम में 3जे – जन संदेश, जन भागीदारी, और जन आंदोलन के उद्देश्य के साथ भारत सरकार के विभिन्न मंत्रालयों की भागीदारी दिखाई देगी।