महात्मा गांधी की 150वीं जयंती, जाने क्या थे बापू के 10 प्रेरणादायक अनमोल वचन


गुजरात. महात्मा गांधी ने कहा था- विश्वास को हमेशा तर्क से तौलना चाहिए, जब विश्वास अंधा हो जाता है तो मर जाता है. लोगों के अच्छे गुणों को देखो, ना की उनकी गलतियों को गिनो. इनसान महान पैदा नहीं होता है, उसके विचार उसे महान बनाते हैं. विचार और काम की शुद्धता और सरलता ही महान लोगों को आम लोगों से अलग करती है. मौन सबसे सशक्त भाषण है, धीरे-धीरे दुनिया आपको सुनेगी. गौरव लक्ष्य पाने के लिए कोशिश करने में हैं, न कि लक्ष्य तक पहुंचने में. महात्मा गांधी के ऐसे ही कई प्रेरणादायक वचन रहे जिन्होंने दुनिया के कई लोगों और युवाओं के जीवन को एक नई दिशा दी.

2 अक्टूबर 1869 को महात्मा गांधी का जन्म गुजरात के पोरबंदर में हुआ. पूरी दुनिया में महात्मा गांधी की 150वीं जयंती मनाई जा रही है, लेकिन गांधी जयंती पर हम आयोजनों से हटकर आज उन अनमोल वचनों की बात करना चाहेंगे जो हर दिन हमारे जीवन को एक नई दिशा दे रहे हैं.

 

महात्मा गांधी के 10 प्रेरणादायी अनमोल वचन:

1- अक्लमंद काम करने से पहले सोचता है और मूर्ख काम करने के बाद.

2- काम की अधिकता ही नहीं, अनियमितता भी आदमी को मार डालती है.

3- भूल करना पाप है, परन्तु उसे छुपाना उससे भी बड़ा पाप है.

4- अपने ज्ञान पर जरुरत से ज्यादा यकीन करना मूर्खता है. सबसे मजबूत कमजोर हो सकता है और सबसे बुद्धिमान गलती कर सकता हैं.

5- स्वास्थ्य ही सबसे बड़ा धन है, सोने-चांदी का मूल्य इसके सामने कुछ भी नहीं.

6- कुछ ऐसा जीवन जियो जैसे की तुम कल मरने वाले हो, कुछ ऐसे सीखो जैसे कि तुम हमेशा के लिए जीने वाले हो.

7- व्यक्ति अपने विचारों के सिवाय कुछ नहीं है. वह जो सोचता है, वह बन जाता है.

8- कमजोर कभी क्षमाशील नहीं हो सकता है. क्षमाशीलता ताकतवर की निशानी है.

9- ताकत शारीरिक शक्ति से नहीं अदम्य इच्छाशक्ति से आती है.

10- किसी देश की महानता और उसकी नैतिक उन्नति का अंदाजा हम वहां जानवरों के साथ होने वाले व्यवहार से लगा सकते हैं.